back to top
31 अक्टूबर, 2024
spot_img

Violence…Religion…..Election….| आसान नहीं होता पलटकर मेघनाद बन जाना…

Bengal में Violent | यह, Ram Navami पर उपद्रव क्या कहता है | क्या कहने की कोशिश में है | ये clashes क्यों? जुलूस के दौरान देसी बम विस्फोट की यह मायूस करती रिपोर्टें| ये क्या कहती हैं | उपद्रव, शरारती तत्वों का जुलूस पर छतों से पत्थर फेंकना | भड़की हिंसा | छावनी में तब्दील हर नफस | गवाह बनता मुर्शिदाबाद | आखिर यह सब झेलने को क्यों अभिशप्त हुआ...| मर्यादा किनकी | कहां | कब | किस वजह धूमिल हुईं | हो रहीं| आरोप एक पक्ष लगाए| अपना पक्ष रखे | सत्ता उसे अस्वीकार्य भाव से ले...| मगर, नुकसान किसका...? उस धर्म का जो राजनीति की चंद अफीम में कॉकटेल बनी सामने है, जहां...सिर्फ जीत चाहिए....| चाहे, आम-अवाम की लहू ही क्यों ना काम आए...। ऐसे में, मेघनाथ बनना आसान नहीं...लक्ष्मण सरीखों के पास संजीवनी है...| लोग अभी जिंदा हैं...|

spot_img
spot_img
spot_img

Violence…Religion…..Election….आसान नहीं होता पलटकर मेघनाद बन जाना…जहां आसान नहीं होता सबरी बन जाना। केवट कहलाना। जटाऊ की तरह उड़ना। पूछ की आग से सोना जला देना। पलटकर मेघनाद बन जाना। लक्ष्मण को वाण मारना। खराऊ की पूजा करना। केकई बन जाना। मगर, अगर देश का चुनावी मौसम हो, तो धर्म का रूप शक्ल सूरत, धर्म का आचरण, व्यवहार, दुराचार, अत्याचार, खोखले धार्मिक उन्माद, फसाद, उसकी जड़ की तलाश, उसकी खुदाई, उसके ताबूत में छेद, धर्माचार, लोगों पर उन्मादी असरकार, सब सामने आ, दिख जाते हैं, जहां…

Violence…Religion…..Election….| मानो, यह कोई लोकतंत्र का महापर्व ना हो…

यह कोई लोकतंत्र का महापर्व ना हो। उसकी जीत-हार का जश्न ना हो। यह महज एक ऐन-केन प्रकारेण…सत्ता लोलुपता का प्रश्न, उसी का सवाल, उसी की जरूरत, उसी की इच्छाधारी विष बन गया हो, जहां… Rama Navami पर पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जल उठा। रामनवमी जुलूस के दौरान जमकर झड़पें हुईं। कई जख्मी हुए। घटना शक्तिपुर इलाके की है। लोग अपनी छतों से जुलूस पर पथराव करते दिखे। इसका फुटेज सोशल मीडिया पर लहक रहा है। भीड़ तितर-बितर। पुलिस का लाठीचार्ज। आंसू गैस के गोले।

Violence…Religion…..Election….| आखिरकार दंगा हो ही गया

पश्चिम बंगाल के उस मुर्शिदाबाद जिले में आखिरकार दंगा हो ही गया जहां के डीआईजी मुकेश कुमार को चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले ही हटाया था। उन्हें हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि दंगा होगा तो चुनाव आयोग जिम्मेदार होगा।
बुधवार शाम जब मुर्शिदाबाद के रेजीनगर इलाके में रामनवमी की शोभायात्रा निकल रही थी तो यहां चारों तरफ से इस पर पथराव होने लगे। इसमें कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं। उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है। दरअसल रामनवमी से पहले अपनी हर एक जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार दंगा होने की आशंका जाहिर की थी। इससे लोग डर के साए में थे और आखिरकार ऐसा हो ही गया। इसे लेकर वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हीं के उकसावे की वजह से दंगा हुआ है। उन्होंने पुलिस पर भी इसमें मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा की शोभायात्रा पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। यहां तक की उसमें बमबारी भी की गई है।

Violence…Religion…..Election….| उकसावे की यह राज और उसकी नीति में छुपी सच्चाई

उन्होंने कहा कि एक तरफ से दंगाई पथराव कर रहे थे और दूसरी ओर पुलिस उनके साथ मिलकर राम भक्तों को तितर-बितर करने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही थी।उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बंगाल भाजपा के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के उकसावे की वजह से ऐसा हुआ है। रेजीनगर हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है।

Violence…Religion…..Election….| उकसावे की यह राज और उसकी नीति में छुपी सच्चाई

पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के रेजीगर में दंगाइयों के हमले के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। हमले के बाद एसपी और डीएम मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस रातभर क्षेत्र में गस्त करती रही। रेजीनगर में गुरुवार को हालत सामान्य नजर नहीं आ रहे। कानून व्यवस्था की बहाली और लोगों के मन में सुरक्षा का बोध करवाने के लिए इलाके में सेंट्रल फोर्स ने रूट मार्च किया है। बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और अन्य सीएपीएफ जवान इलाके में पुलिस के साथ मिलकर गश्त कर रहे हैं। भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, जलपाईगुड़ी की एक सभा में ममता द्वारा बोले गए तीन वाक्यों पर आपत्ति जताई है। आयोग को पत्र लिखकर उन वाक्यों के मद्देनजर तृणमूल सुप्रीमो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। भाजपा का आरोप है कि जलपाईगुड़ी सभा में ममता ने वोटरों को हिंसा के लिए उकसाया जो मानक आचार संहिता के विपरीत है। हाल ही में ममता ने जलपाईगुड़ी जिले के मैनागुड़ी में एक जनसभा की थी। उन्होंने कहा था कि वहां कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी कार को निशाना बनाया और ”चोर-चोर” के नारे लगाए। भाजपा की ओर से आयोग को दिए गए पत्र के मुताबिक, इसके बाद ममता ने भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर कहा, ”इतनी हिम्मत, मेरी गाड़ी देखकर कह रहे हैं, चोर-चोर! अगर मुझे मौका मिलता तो मैं जीभ खींच लेती। मैंने वोटिंग के कारण कुछ नहीं कहा।

Violence…Religion…..Election….| भाजपा ने आयोग को लिखे पत्र में कहा,

भाजपा ने आयोग को लिखे पत्र में कहा, ”ममता ने स्पष्ट रूप से अपने मन की बात व्यक्त की। उनका कहना है कि वह खुद को रोक रही हैं। उन्होंने जो नहीं कहा वह भी बहुत स्पष्ट है। चुनाव के बाद वह फिर से हिंसा शुरू कर देंगी। मुख्यमंत्री की ऐसी टिप्पणियां घृणास्पद और हिंसक हैं। आचार संहिता के मुताबिक चुनाव से पहले ऐसी कोई बात नहीं कही जा सकती।”जलपाईगुड़ी की सभा से ममता ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा था। कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री बालुरघाट की सभा में आये थे और दंगाइयों को ”उल्टा लटकाने” की बात कही थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कूचबिहार की सभा में कहा कि चुनाव के बाद चुन-चुन कर भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेंगे। इसके बाद ममता ने मोदी और अमित शाह के लिए भी ऐसे ही शब्दों का इस्तेमाल किया था जिसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की गई है।

Violence…Religion…..Election….| सीएम ममता बनर्जी ने कहा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पूरी घटना की एनआईए से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी ने जिस तरह से अपनी चुनावी जनसभाओं से दंगा को लेकर उकसावा दिया, उससे उपद्रवियों को बढ़ा मिला। इस पर तृणमूल कांग्रेस के विधायक अबू ताहिर ने कहा है कि इस वारदात से तृणमूल कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। किसने हमले किए, क्यों हमले किए, इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं,इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ने हमला किया है। बीजेपी विधायक दल बल लेकर आया था।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -