
ओडिशा के बालेश्वर जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है। बाहानगा स्टेशन के पास कल शाम करीब सात बजकर 20 मिनट पर हुए इस हादसे में 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह हादसा दो यात्री रेल और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर से हुआ।
शुक्रवार शाम को हादसे की खबर टुकड़ों-टुकड़ों में सामने आई। पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर की खबर थी। इसके बाद इसमें हावड़ा एक्सप्रेस से टक्कर की बात भी सामने आई और देर शाम तक यह स्थिति साफ हुई कि तीन ट्रेनों में टक्कर हुई है।
हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं वह भयावह हैं, उन्हीं से यह अंदेशा हो गया था कि मृतकों का आंकड़ा सैकड़ा पार कर लेगा। हुआ भी यही, पहले 30, फिर 50, आगे 70 लोगों की मौत की संख्या आधी रात को 120 में बदली और देखते-देखते 207 से 238 तक पहुंच गई है। अभी तक के सामने आए आंकड़े के अनुसार 900 लोग घायल हैं।
शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की तस्वीर और साफ हुई। बहनागा बजार इलाके में रातभर चीखपुकार मची रही। सामने आया कि ट्रेन के डिब्बों के मलबे में अभी भी कई शव फंसे हुए हैं। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई एसी कोच अगले ट्रैक पर पलट गए थे, लिहाजा इसमें मौतों के आंकड़े सबसे अधिक हैं।
एनडीआरएफ को बोगियों के बीच चिपके शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा तो वहीं, कई घायल ऐसे भी हैं जो क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसे हुए हैं।
बचाव अभियान में मदद के लिए सेना ने भी हाथ बढ़ाया है। जिस हिस्से में कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई थी, उस हिस्से से यात्रियों के शव बरामद किए जा रहे हैं।
इस हादसे में अभी तक 238 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 900 के करीब लोग घायल हैं। तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हुईं।
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रेल की कई बोगियां बुरी तरह से तबाह हो गई हैं। वहीं एक बोगी घटनास्थल से कुछ दूरी पर जाकर गिरी है, जिससे अंदाजा लगा सकते हैं कि टक्कर कितनी जबरदस्त थी।
दुर्घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहे हैं। सभी नजदीकी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ की छह टीमें, एसडीआरएफ की चार टीमें, रैपिड एक्शन फोर्स की टीमें, 15 फायर विभाग की टीमें, 30 डॉक्टर, 200 पुलिसकर्मी और 60 के करीब एंबुलेंस घटनास्थल पर मौजूद हैं।
राज्य के विशेष राहत कमिश्नर कार्यालय के हवाले से मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा है कि अब तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है। 9 00 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि अब तक 233 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। लगभग 900 यात्री घायल हुए हैं। पोस्टमार्टम के बाद परिवार के सदस्यों की दिखाकर शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हादसे के चलते खड़गपुर डिवीजन के हावड़ा-चेन्नई रूट से गुजरने वाली 18 लंबी दूरी की ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं।
हादसे के चलते ओडिशा और तमिलनाडु में एक-एक दिन के शोक का एलान किया गया है। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, शिव शंकर और अनबिल महेश भी ओडिशा में घटनास्थल का दौरा करने के लिए रवाना हो गए हैं।
घायलों का बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक, जाजपुर और कटक जिलों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। तलाशी एवं बचाव अभियान जारी है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरअफ), ओडीआरएफ और फायर सर्विस अभी भी बोगी को काटने और जीवित या मृत लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। यह हादसा शालीमार कोरोमंडल सुपरफास्ट एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर की वजह से हुआ।
हादसे में गंभीर रूप से घायलों की मदद के लिए रक्तदाता सामने आए हैं। अस्पतालों के बाहर रक्तदाताओं और आम लोगों की लंबी कतार लगी हुई है। बालेश्वर के फकीर मोहन मेडिकल कालेज व भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल में लोग स्वेच्छा से रक्तदान करने पहुंचे हैं।
650 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें गोपालपुर, खंतापाड़ा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
केंद्रीय रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव मौके पर पहुंचे हैं और हालात का जायजा ले रहे हैं। राहत और बचाव कार्यों की निगरानी दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में हो रही है।
इस बीच सर एम विश्वेश्वरैया हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस को हावड़ा लाया जा रहा है।इसमें 1000 यात्री सवार हैं। इसके अलावा एक विशेष ट्रेन चलाई गई है जो बालासोर से हावड़ा आ रही है। इससे 200 यात्रियों को कोलकात लाया जा रहा है।
इन यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से खाना, चाय और पानी की व्यवस्था की गई है। खड़ग पुर स्टेशन पर इन यात्रियों को भोजन मुहैया कराया गया है। ट्रेन के हावड़ा पहुंचने पर भी इन यात्रियों को भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस रेल दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा-ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है।
केंद्रीय रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव आज सुबह घटनास्थल पर पहुंचे हैं। वह राहत और बचाव कार्यों का जायजा ले रहे हैं।
मुआवजा का ऐलान करते हुए रेल मंत्रालय ने कहा कि मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख मुआवजा दिया जाएगा और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए दो लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के वरिष्ठ कमांडेंट जैकब किस्पोट्टा ने सुबह कहा कि हमारी छह टीमें रात से राहत और बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। लगभग सभी जीवित लोगों को निकाल लिया गया है। अब शव निकाले जा रहे हैं। उधर, ओडिशा सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।