पंजाब की 16वीं विधानसभा में कई वर्गों के प्रतिनिधियों का समावेश देखने को मिलेगा। पंजाब में आम आदमी पार्टी के 92 विधायक जीतकर आए हैं जिनमें नौ डॉक्टर हैं। मलौट से जीती डॉक्टर बलजीत कौर तो चुनाव प्रचार के दौरान भी मरीजों की जांच करती रही हैं। इसके अलावा सात विधायक ऐसे हैं जो विधायक बनने से पहले परिवार पालने के लिए दिहाड़ी-मजदूरी करते थे।
नए चुने गए विधायकों में 11 पेशे से वकील हैं। पंजाब के मनोनीत मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद कॉमेडियन रहे हैं वहीं खरड़ से जीती अनमोल गगन मान तथा रामपुरा फूल से विधायक बने बलकार सिद्धू पेशे से गायक हैं। आप के टिकट पर चुनाव जीतने वाले दो गीतकार तथा तीन प्रोफेसर हैं। इसके अलावा दो अध्यापक, छह इंजीनियर तथा पांच पेशेवर खिलाड़ी हैं।
पंजाब विधानसभा में पहुंचे दो विधायक पुलिस की पृष्ठभूमि से हैं। इनमें मुख्य रूप से बरगाड़ी केस की जांच करने वाले पंजाब के चर्चित आईपीएस कुंवर विजय प्रताप भी शामिल हैं। पंजाब विधानसभा में पहुंचे विधायकों में नौ बिजनेसमैन, दो प्रिंसिपल तथा 21 किसान हैं। इसके अलावा सात विधायक ऐसे हैं जो विधायक बनने से पहले परिवार पालने के लिए दिहाड़ी-मजदूरी करते थे।
पंजाब विधानसभा में पहली बार पहुंचीं सर्वाधिक 13 महिलाएं
पंजाब विधानसभा में इस बार सबसे अधिक 13 महिलाएं विधानसभा में पहुंची हैं। ऐसे में संभावना है कि भगवंत मान मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या भी अधिक हो सकती है।
पंजाब में हाल ही में संपन्न हुई चुनाव प्रक्रिया के दौरान 93 महिलाएं चुनाव मैदान में थी। इस चुनाव में महिला उम्मीदवारों की संख्या 10 प्रतिशत से कम थी जबकि वर्ष 2017 में हुए चुनाव में महज सात फीसदी महिलाएं ही चुनाव मैदान में थी। वर्ष 2017 में मुख्यधारा की पार्टियों से केवल 29 महिलाएं ही मैदान में थी जबकि इस मुख्य दलों की 37 महिलाओं ने चुनाव लड़ा।
इसमें से 13 महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचने में कामयाब हुई है। यह आंकड़ा भी हाल के वर्षों के मुकाबले अधिक है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने 11, आम आदमी पार्टी ने 12, भाजपा ने छह, पंजाब लोक कांग्रेस ने दो, शिरोमणि अकाली दल संयुक्त ने एक, अकाली दल ने नौ महिलाओं को टिकट दिया था।
कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू तथा अकाली दल के दिग्गज नेता को हराने वाली डाक्टर जीवन ज्योत कौर हैं। जिन्हें पंजाब की पैड वूमन के रूप में जाना जाता है। आप की युवा नेता नरिंदर कौर भराज ने संगरूर में कांग्रेस के दिग्गज और करोड़पति प्रत्याशी कांग्रेस के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला को 36 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी है। लुधियाना दक्षिण सीट से पहली बार चुनाव लड़ने वाली राजिंदर कौर ने लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस के बड़े भाई बलविंदर सिंह बैंस को शिकस्त दी।
प्रोफेसर बलजिंदर कौर तलवंडी साबो से लगातार दूसरी बार जीतकर विधानसभा में पहुंची हैं। डाक्टर अमनदीप कौर अरोड़ा ने मोगा से चुनाव लड़ा और अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद को 20 हजार 915 वोट से हरा दिया। पंजाब विधानसभा में विधायक दल की उपनेता रही सर्वजीत कौर मानूके जगरांव विधानसभा हलके से 30 हजार से ज्यादा वोटों से जीती हैं। जालंधर जिला की नकोदर विधानसभा हलके से दो बार विधायक रहे गुर प्रताप सिंह वडाला को आप की महिला प्रत्याशी इंद्रजीत कौर मान ने 2800 वोट से हराया है।
बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाली संतोष कटारिया ने शहीद भगत सिंह नगर जिला की बलाचौर सीट से चुनाव जीता है। लोक सभा चुनाव हारने वाली आप की महिला नेता नीना मित्तल ने राजपुरा से जीत दर्ज की है। पंजाब में गायिकी के क्षेत्र को छोडक़र राजनीति में उतरी अनमोल गगन मान भी 38 हजार मतों के अंतर से जीतकर विधानसभा विधानसभा पहुंची हैं। पेशे से आई सर्जन बलजीत कौर मलौट विधानसभा हलके का प्रतिनिधित्व करेंगी।
आम आदमी पार्टी के अलावा विधानसभा में विपक्ष की सीटों पर महिलाएं दिखाई देंगी। कांग्रेस की तरफ से एक मात्र अरूणा चौधरी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। शिरोमणि अकाली दल ने नौ महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा लेकिन पहली बार घर से बाहर निकली बिक्रमजीत मजीठिया की पत्नी गनीव कौर विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुई हैं।