Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha | Gau Pratishtha Sankalp| तो क्या…अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा दोबारा होगी… ! यह प्रश्न इस वजह से, यह ऐलान कोई और नहीं, स्वंय जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Jagadguru Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati) का है। उन्होंने कहा,अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा दोबारा की जायेगी, जो जनवरी माह में प्रतिष्ठा की गयी थी, वह प्रतिष्ठा नहीं बल्कि एक राजनीतिक इवेंट था। ज्योतिष पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने यह बात अलवर में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधानसभा और संसद में आवाज उठाने का शपथ पत्र
वह गो प्रतिष्ठा संकल्प यात्रा के तहत दो दिवसीय यात्रा पर अलवर आए थे। उन्होंने कहा, जो पार्टी या नेता गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधानसभा और संसद में आवाज उठाने का शपथ पत्र देता उसे ही समर्थन देने की अपील की जाएगी। चाहे वह किसी भी पार्टी का नेता हो।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| धर्म शास्त्रों में यह कहीं भी नहीं लिखा कि अधूरे मंदिर की प्रतिष्ठा की जाए
उन्होंने कहा कि धर्म शास्त्रों में यह कहीं भी नहीं लिखा कि अधूरे मंदिर की प्रतिष्ठा की जाए। अभी 30 फीसदी निर्माण कार्य हुआ है, ऐसे में प्रतिष्ठा नहीं की जानी चाहिए, अब इसकी दोबारा प्रतिष्ठा होगी। देश-विदेश का कोई भी पंडित यह बता दे कि अधूरे मंदिर की प्रतिष्ठा की जा सकती है।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| प्रतिष्ठा शब्द को धूमिल किया गया है, ऐसा नहीं किया जाना चाहिए
उन्होंने कहा की प्रतिष्ठा शब्द को धूमिल किया गया है, ऐसा नहीं किया जाना चाहिये, बल्कि अगर लाभ लेना था, तो इस पर कोई भी कार्यक्रम करा सकते थे और दूसरे शब्दों का उपयोग किया जा सकता था। अयोध्या राम मंदिर का अभी केवल 30 प्रतिशत ही निर्माण कार्य हुआ है, लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए भाजपा ने मंदिर के अधूरे निर्माण में ही भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कर दी। जबकि शास्त्रों के अनुसार मंदिर का पूरा निर्माण होने के बाद ही प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती है।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| देश-विदेश का कोई भी पंडित यह बता दे, अधूरे मंदिर की प्रतिष्ठा की जा सकती है
देश-विदेश का कोई भी पंडित यह बता दे कि अधूरे मंदिर की प्रतिष्ठा की जा सकती है। उन्होंने कहा की प्रतिष्ठा शब्द को धूमिल किया गया है, ऐसा नहीं किया जाना चाहिये, बल्कि अगर लाभ लेना था, तो इस पर कोई भी कार्यक्रम करा सकते थे और दूसरे शब्दों का उपयोग किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि इसका परिणाम भी सामने आयेगा। उन्होंने कहा कि कभी भी धर्म शास्त्रों के दुश्मन मत बनो। जब किसी का उद्देश्य पूरा नहीं होता, तो उसके दुष्परिणाम भी सामने आयेंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी के हिंदुत्व के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक हिन्दुत्व की बात तो कोई भी कर सकता है, लेकिन सच्चा हिंदू वही है, जो राजनीति से पहले हिंदू की बात करें।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| हमेशा सच का विरोध होता है। हमें इस मामले में गालियां भी सुननी पड़ीं।
राम मंदिर मामले पर विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमेशा सच का विरोध होता है। हमें इस मामले में गालियां भी सुननी पड़ीं। लाखों लोगों ने गालियां दीं, लेकिन लेकिन अंत में लोग हमारे साथ भी हुये। राम मंदिर के मामले पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कभी भी राम मंदिर का कोई मामला अदालत में नहीं लड़ा। वर्ष 1986 में हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी अयोध्या मामले पर कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया, बल्कि कहा कि भाजपा इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेगी।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha| Gau Pratishtha Sankalp| जो भी सनातन अनुयायी हैं, उन पर गो हत्या का पाप न लगे
अयोध्या का मुद्दा बिना कानून के लिये लड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि राजनीति से उनका कोई लेना-देना नहीं है, धर्म के क्षेत्र में जाना उनकी प्राथमिकता है, जो भी सनातन अनुयायी हैं, उन पर गो हत्या का पाप न लगे। उन्होंने कहा कि वह उस गौ सेवक का सम्मान करते है, जो सरकार में आने पर गौ हत्या का विरोध करता है और कानून बनाता है।