भारत पाकिस्तान के बीच खेले गए टी 20 वर्ल्ड कप के महा मुकाबले में टीम इंडिया ने धमाकेदार जीत दर्ज की। स्टेडियम, टीवी और मोबाइल स्क्रीन पर टकटकी लगाए बैठे करोड़ों फैंस को विराट कोहली ने अपनी आतिशी पारी से मुरीद बना लिया। हालांकि इस वोल्टेज मैच में कुछ विवाद भी सामने आए।
मैच में फ्री हिट पर विराट कोहली के आउट होने के बाद दौड़ कर लिए गए रन को लेकर विवाद पैदा हुआ। इस पर पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने मैदान पर अंपायर से ऐतराज जताया था। मैच के बाद कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने भी इसे मुद्दा बनाया जबकि जो भी मैच में हुआ वह आईसीसी के नियम के मुताबिक ही था।
पहला विवाद अक्षर पटेल के रनआउट पर हुआ। दरअसल, जब रिजवान ने अक्षर को विकेट के पीछे से रनआउट किया तो लगा कि गेंद उनके हाथ में नहीं थी, रिजवान ने अपने ग्लव्स से बेल उड़ाई थीं। हालांकि अंपायर के रीप्ले देखने के बाद अक्षर को आउट करार दे दिया गया।
दूसरा विवाद आखिरी ओवर में नजर आया। 20वें ओवर में टीम इंडिया को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे। पहली बॉल पर हार्दिक पांंड्या आउट हो गए। इसके बाद मैदान पर आए दिनेश कार्तिक ने 1 रन लेकर कोहली को स्ट्राइक दे दी। कोहली ने तीसरी गेंद पर 2 रन लेकर मुकाबले को रोचक बना दिया।
अब बारी थी अगली गेंद की और टीम इंडिया को इस गेंद पर हर हाल में बाउंड्री चाहिए थी। मोहम्मद नवाज ने जैसे ही कोहली को गेंद डाली, विराट ने इसे स्क्वेयर लेग की ओर उड़ा दिया। इससे पहले कि बाबर इस छक्के का दुख मना पाते उन्हें दोहरा झटका लग गया। नवाज की ये गेंद नो बॉल करार दे दी गई।
अंपायर ने इसे कोहली की कमर से ऊपर माना। इस पर बाबर समेत पाकिस्तान के खिलाड़ी बिफर गए। वे अंपायर के पास गए और इस नो बॉल का कारण पूछने लगे। हालांकि अंपायर अपने फैसले पर टिके रहे। अगली गेंद वाइड रही, चौथी गेंद फ्री हिट पर विराट ने तीन रन ले लिए लेकिन बॉल स्टंप से जा टकराई। बॉल पीछे की ओर गई तो कोहली और कार्तिक ने भागकर तीन रन पूरे कर लिए।
आईसीसी ने अपने नियम में इस बात को साफ किया है कि किसी बल्लेबाज को कोई फ्री हिट मिलती है और वह इस पर आउट हो जाता है तो दौड़ कर रन ले सकता है। इस दौरान जितने भी रन बल्लेबाज दौड़ कर हासिल करेगा वह स्कोर में जोड़े जाएंगे।
फ्री हीट पर अगर गेंद बल्ले का किनारा लेकर विकेट पर जा टकराती है तो बल्लेबाज दौड़ कर रन ले सकता है। बल्लेबाज की ओर से लिए गए रन को कुल स्कोर में जोड़ा जाएगा। वहीं जो गेंद बिना बल्ले से लगे विकेटों पर जा टकराती है तो जो रन दौड़ कर लिया जाएगा वो एक्ट्रा में गिना जाएगा।
कुछ क्रिकेटर्स ने इस नो बॉल पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह फेयर डिलिवरी होनी चाहिए क्योंकि कोहली क्रीज से आगे बढ़कर खेल रहे थे। पूर्व क्रिकेटर ब्रेड हॉग ने ट्वीट कर कहा, नो बॉल की समीक्षा क्यों नहीं की गई, फिर जब कोहली फ्री हिट पर बोल्ड हुए तो डेड बॉल कैसे नहीं हो सकती। पाकिस्तान की क्रिकेटर एमान अनवर ने कहा, जेंटलमैन गेम के नियम कभी-कभी कठोर होते हैं।
आईसीसी के नियम के मुताबिक, यदि गेंद बल्लेबाज की कमर से ऊपर है तो नो बॉल करार दी जाएगी। नियम के मुताबिक, कोई भी डिलीवरी जो बिना पिचिंग के पॉपिंग क्रीज पर सीधे खड़े स्ट्राइकर की कमर की ऊंचाई से गुजरती है तो यह नो बॉल होगी। हालांकि इस मामले में सवाल इस बात पर है कि कोहली क्रीज से थोड़े आगे थे।
विराट कोहली को आखिरी ओवर में जो फ्री हिट मिली थी उस पर वह नवाज की गेंद पर बोल्ड हुए और गेंद का बल्ले से संपर्क नहीं हुआ था. इस दौरान जो रन दौड़ कर लिए गए वो बाई के तौर पर टीम के खाते में जोड़े गए। तो मैच के दौरान जो 3 रन भारत को अंपायर ने बाई के रूप में दिए वो नियम के मुताबिक ही थे।
आईसीसी के नियम 20.1.1 के मुताबिक बॉल डेड तभी मानी जाएगी जब गेंद पूरी तरह से विकेटकीपर या गेंदबाज के हाथों में पहुंच जाए और एक्शन पूरी तरह से खत्म हो जाए। आईसीसी के नियम 20.1.1.2 में बताया गया है कि बाउंड्री लग जाने के बाद एक्शन पूरा हो तभी उस गेंद तो डेड माना जाएगा।