MS Dhoni: अरे भैया! क्रिकेट की दुनिया में अगर किसी एक खिलाड़ी का नाम चलता है और उसके किस्से सुनाए जाते हैं, तो वो सिर्फ और सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ही हैं। उनके बारे में बात होनी बंद हो जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। अब भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने भी ‘कैप्टन कूल’ को लेकर एक ऐसा खुलासा किया है, जिसने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। मिश्रा ने साफ कह दिया है कि अगर धोनी न होते, तो उनका करियर शायद उस बुलंदी तक नहीं पहुंच पाता, जहां वो पहुंचा। उनका यह बयान उन सभी अटकलों पर विराम लगाता है, जो धोनी के योगदान को कम आंकने की कोशिश करते हैं।
MS Dhoni की कप्तानी में अमित मिश्रा का उदय
भारतीय टीम के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने हाल ही में महेंद्र सिंह धोनी को लेकर चल रही चर्चाओं को एक नई दिशा दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि धोनी की कप्तानी ही थी, जिसने उनके अंतरराष्ट्रीय करियर को एक नई पहचान दी और उसे आगे बढ़ाया। मिश्रा ने एक खास न्यूजीलैंड मैच का किस्सा बताते हुए धोनी की सोच और उनके खिलाड़ियों पर अटूट भरोसे को सबसे अहम बताया। यह सिर्फ एक मैच की बात नहीं थी, बल्कि धोनी की दूरदर्शिता और खिलाड़ी को समझने की बेहतरीन क्षमता का प्रमाण था।
अमित मिश्रा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक अहम मुकाबले का जिक्र किया, जब वह मैदान पर संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने बताया कि किस तरह उस मैच में खराब शुरुआत के बावजूद धोनी ने उन पर भरोसा जताया। शुरुआती ओवरों में जब मिश्रा महंगे साबित हो रहे थे और उन पर दबाव बढ़ रहा था, तो कप्तान धोनी ने उन्हें बैक किया। उन्होंने कहा, “धोनी ने मुझे बुलाया और सिर्फ इतना कहा कि मिश्रा, तुम अपने प्लान पर टिके रहो। मुझे तुम पर पूरा भरोसा है।” मिश्रा के मुताबिक, धोनी के इन शब्दों ने उन्हें नई ऊर्जा दी और उन्होंने अगले स्पेल में शानदार वापसी करते हुए मैच का रुख पलट दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
धोनी की यह Captaincy सिर्फ मैदान पर रणनीति बनाने तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसमें खिलाड़ियों के मानसिक पहलू को समझना और उन्हें मुश्किल समय में सहारा देना भी शामिल था। उनकी यह खूबी भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा अमूल्य रही है।
मिश्रा के करियर में धोनी का अटूट विश्वास
मिश्रा ने अपने बयान में आगे कहा, “धोनी भाई हमेशा खिलाड़ियों को आजादी देते थे। वह जानते थे कि हर खिलाड़ी की अपनी ताकत और कमजोरियां होती हैं। उन्होंने मुझे कभी दबाव में महसूस नहीं कराया, बल्कि हमेशा मेरा समर्थन किया।” मिश्रा ने जोर देकर कहा कि धोनी की इसी दूरदर्शी सोच और अटूट विश्वास ने उनके जैसे कई खिलाड़ियों को चमकने का मौका दिया। उन्होंने धोनी को भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा मार्गदर्शक बताया, जिन्होंने न सिर्फ अपने खेल से बल्कि अपनी Captaincy से भी अनगिनत जिंदगियों पर गहरा प्रभाव डाला। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यह पूर्व लेग स्पिनर का बयान एक बार फिर साबित करता है कि क्यों महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक युग हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता ने न केवल कई मैच जिताए, बल्कि अनगिनत क्रिकेटरों के करियर को भी संवारा। धोनी का हर फैसला, हर रणनीति एक खिलाड़ी के तौर पर अमित मिश्रा को हमेशा याद रहेगी। भारतीय क्रिकेट के ऐसे ही और भी कई अनसुने किस्से हैं, जिन्हें जानना हर क्रिकेट प्रेमी के लिए रोमांचक होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। खेल जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें।



