मुल्लांपुर समाचार: क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें गुरुवार को मुल्लांपुर में होने वाले भारत-दक्षिण अफ्रीका दूसरे टी20 मुकाबले पर टिकी हैं. लेकिन इस मैच में एक और खास बात है – युवा भारतीय ओपनर अभिषेक शर्मा अपने घरेलू मैदान पर पहली बार नीली जर्सी में नजर आएंगे. मैदान भले ही नया हो, लेकिन इस खिलाड़ी के लिए यह किसी ‘घर वापसी’ से कम नहीं, जहां उनके बचपन की मेहनत और बड़े-बड़े छक्कों की गूंज फिर सुनाई देगी.
अभिषेक शर्मा, जिन्होंने हाल के दिनों में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से काफी सुर्खियां बटोरी हैं, गुरुवार को अपने करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार करेंगे. मोहाली के पास स्थित मुल्लांपुर के महाराजा यादविंदर सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जाना है. यह अभिषेक के लिए भावनाओं से भरा पल होगा, क्योंकि यह वही मैदान है जहां उन्होंने क्रिकेट की बारीकियां सीखीं और अपने सपनों को पंख दिए.
टीम इंडिया के लिए खेलते हुए अपने ही घर में उतरना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व का क्षण होता है. अभिषेक के खेल की सबसे बड़ी खासियत उनके बड़े और आकर्षक छक्के हैं, जो दर्शकों को हमेशा रोमांचित करते हैं. उनकी बल्लेबाजी में एक अलग ही धार और आत्मविश्वास नजर आता है. लेकिन यह चमक रातों-रात नहीं आई है, इसके पीछे सालों की कड़ी तपस्या और संघर्ष छिपा है.
‘युवराज की डांट’ और सुबह की तपस्या
अभिषेक शर्मा का क्रिकेट सफर बचपन से ही चुनौतियों भरा रहा है. उनके करीबी बताते हैं कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कम उम्र से ही अथक प्रयास किए हैं. सुबह 4 बजे उठकर अभ्यास करना उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा रहा है. इस दौरान घंटों नेट्स में पसीना बहाना और अपनी बल्लेबाजी को निखारना उनकी आदत में शुमार था.
इस युवा खिलाड़ी के जीवन में पूर्व भारतीय दिग्गज युवराज सिंह का प्रभाव भी काफी गहरा रहा है. युवराज ने अभिषेक को सिर्फ एक मेंटर के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक बड़े भाई की तरह मार्गदर्शन दिया है. यह बात अक्सर चर्चा में रहती है कि युवराज ने अभिषेक को उनकी गलतियों पर कई बार डांटा भी है, जो उनकी खेल में सुधार के लिए बेहद जरूरी थी. युवराज की यह सख्त लेकिन प्यार भरी डांट अभिषेक को एक बेहतर क्रिकेटर बनाने में सहायक सिद्ध हुई.
अभिषेक ने घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लगातार शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई है. उनकी आक्रामक शैली और मुश्किल परिस्थितियों में भी संयम बनाए रखने की क्षमता उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनाती है. अब जबकि वे अपने घरेलू मैदान पर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए तैयार हैं, तो उनसे एक दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है.
मुल्लांपुर में बड़े धमाके की उम्मीद
गुरुवार का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ है, जहां अभिषेक को अपनी प्रतिभा साबित करने का एक और सुनहरा अवसर मिलेगा. दर्शकों को उम्मीद है कि वे अपने ‘घर के लड़के’ को बड़े-बड़े छक्के जड़ते और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाते देखेंगे. यह मैच अभिषेक के लिए न सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय मुकाबला होगा, बल्कि उनके बचपन के सपनों और कड़ी मेहनत का एक सफल प्रदर्शन भी होगा.



