Deepfake: डिजिटल दुनिया में इन दिनों एक नया खतरा तेजी से पैर पसार रहा है, जिसने आम यूजर्स से लेकर टेक एक्सपर्ट्स तक की नींद उड़ा दी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर 19 मिनट 34 सेकंड के एक वायरल वीडियो ने सनसनी मचा दी, जिसे लेकर शुरुआती जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह वीडियो असल में एक डीपफेक था, जिसने गलत सूचनाओं और अफवाहों का बाजार गर्म कर दिया।
2025 Deepfake: 19 मिनट 34 सेकंड के वायरल वीडियो का सच, सोशल मीडिया पर मची खलबली
Deepfake वीडियो की सच्चाई और खतरा
डिजिटल दुनिया में इन दिनों एक नया खतरा तेजी से पैर पसार रहा है, जिसने आम यूजर्स से लेकर टेक एक्सपर्ट्स तक की नींद उड़ा दी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर 19 मिनट 34 सेकंड के एक वायरल वीडियो ने सनसनी मचा दी, जिसे लेकर शुरुआती जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह वीडियो असल में एक डीपफेक था, जिसने गलत सूचनाओं और अफवाहों का बाजार गर्म कर दिया। आज के दौर में, जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) इतनी उन्नत हो चुकी है, ऐसे फर्जी कंटेंट को पहचानना मुश्किल होता जा रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
वीडियो को बिना सोचे-समझे डाउनलोड करना या शेयर करना आपके लिए गंभीर मुश्किलें खड़ी कर सकता है। इससे न केवल आपकी प्राइवेसी को खतरा हो सकता है, बल्कि आप कानूनी पचड़ों में भी फंस सकते हैं। एक्सपर्ट्स लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि किसी भी संदिग्ध लिंक या वीडियो पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरूर करें। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
क्या है डीपफेक और कैसे बचें?
डीपफेक एक ऐसी तकनीक है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग का उपयोग करके किसी व्यक्ति के चेहरे या आवाज को किसी और के शरीर या आवाज पर इस तरह से बदल दिया जाता है कि वह बिल्कुल असली लगे। 2025 के लिए ऐसे वीडियो और भी परिष्कृत होने की आशंका है, जिससे जनता को गुमराह करना आसान हो जाएगा।
यह तकनीक अक्सर गलत सूचना फैलाने, मानहानि करने या साइबर अपराधों के लिए उपयोग की जाती है। ऐसे खतरों से बचने के लिए, हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और किसी भी वीडियो या खबर को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई की पुष्टि करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आने वाली किसी भी नई और सनसनीखेज सामग्री को लेकर विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। संदिग्ध लिंक से दूर रहें और अपने उपकरणों को हमेशा अपडेट रखें। यह एक गंभीर मुद्दा है जिसका सामना हर इंटरनेट उपयोगकर्ता को करना पड़ सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


