Telecom Tariff Hike: भारतीय दूरसंचार बाजार में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। यूजर्स की जेब पर महंगाई का एक और बोझ पड़ने वाला है क्योंकि दिसंबर महीने में देश की दो प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi), अपने प्रीपेड प्लान्स की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर सकती हैं। यह खबर उन करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए चिंता का विषय है जो लगातार बढ़ती दरों से जूझ रहे हैं। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम कंपनियों के राजस्व और ARPU (प्रति यूजर औसत राजस्व) को सुधारने के लिए उठाया जा रहा है।
टेलीकॉम टैरिफ हाइक: दिसंबर में महंगी होंगी Airtel-Vi की सेवाएं, Jio पर क्या होगा असर?
क्यों जरूरी है टेलीकॉम टैरिफ हाइक?
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) अपने प्रीपेड प्लान्स में 10 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि कर सकते हैं। यह बढ़ोतरी दिसंबर 2023 तक प्रभावी हो सकती है, जिसका सीधा असर करोड़ों भारतीय उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। इस कदम का मुख्य कारण कंपनियों पर बढ़ता वित्तीय दबाव और 5G नेटवर्क के विस्तार में भारी निवेश है। टेलीकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी है, लेकिन लंबे समय से कम टैरिफ के कारण कंपनियों का लाभ मार्जिन प्रभावित हुआ है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पिछले कुछ समय से टेलीकॉम कंपनियों के ARPU में सुधार नहीं दिख रहा है, जबकि डेटा खपत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में लागत और आय के बीच संतुलन बनाने के लिए प्रीपेड प्लान्स की कीमतें बढ़ाना एक अनिवार्य कदम बनता जा रहा है। विशेष रूप से वोडाफोन आइडिया (Vi) के लिए, जिसे बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने और ऋण चुकाने के लिए अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता है।
इस टैरिफ बढ़ोतरी का मतलब है कि यूजर्स को अपने मासिक मोबाइल बिल के लिए पहले से ज्यादा भुगतान करना होगा। हालांकि, अभी तक जियो (Jio) ने इस संबंध में कोई संकेत नहीं दिए हैं और उम्मीद है कि वह फिलहाल अपनी किफायती सेवाओं को जारी रखेगा, जिससे बाजार में उसकी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनी रहेगी। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
यूजर्स पर क्या होगा प्रभाव और जियो की रणनीति
एक्सपर्ट्स का मानना है कि एयरटेल और Vi की इस बढ़ोतरी के बाद Jio पर भी दबाव बनेगा, लेकिन वह शायद थोड़ी देर से प्रतिक्रिया दे। जियो हमेशा से ही किफायती डेटा और कॉलिंग प्लान्स के साथ बाजार में अग्रणी रहा है। यदि अन्य ऑपरेटर्स कीमतें बढ़ाते हैं, तो जियो के पास नए ग्राहकों को आकर्षित करने का एक सुनहरा अवसर होगा। हालांकि, लंबी अवधि में, सभी कंपनियों को अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए टैरिफ में संतुलन बिठाना होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) इस स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया देता है और क्या वह कोई हस्तक्षेप करता है। उपभोक्ताओं को अब अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि मोबाइल सेवाएं और महंगी होने वाली हैं।


