राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार को सोशल मीडिया पर “जान से मारने की धमकी” दी गई है। पार्टी ने शुक्रवार को यह दावा किया।
महाराष्ट्र में एनसीपी चीफ शरद पवार को जान से मारने की धमकी मिली है। ये धमकी उनकी बेटी और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के Whatsapp पर आया है। सुप्रिया सुले ने मामले में मुंबई पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराया है।
मीडिया से मुलाकात के बाद NCP नेता सुले ने कहा, “शरद पवार के नाम से मेरे व्हाट्सएप पर संदेश आया है। उन्हें एक वेबसाइट से धमकी दी गई है और साथ ही संबंधित अकाउंट से भी ऐसे ही संदेश आए हैं। मैं यहां न्याय मांगने आई हूं। मेरी केंद्रीय गृह मंत्री और महाराष्ट्र के गृह मंत्री से मांग है कि ये जो गंदी राजनीति हो रही है, वो रुकनी चाहिए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए मुंबई पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर रही है। पवार की बेटी तथा लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले के नेतृत्व में राकांपा कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई पुलिस के प्रमुख विवेक फणसालकर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की।
राकांपा नेताओं ने पुलिस को बताया कि पवार (82) को फेसबुक पर एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था, उनका भी (नरेंद्र) दाभोलकर जैसा हश्र होगा।
अंधविश्वास के खिलाफ लड़ने वाले नरेन्द्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में सुबह की सैर के समय बाइक पर सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सुले ने धमकी भरे संदेश की तस्वीरें पुलिस के साथ साझा कीं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राकांपा प्रमुख को मिली धमकी के बारे में बताया गया है।
उन्होंने कहा, हम इसे देख रहे हैं। हमने जांच शुरू कर दी है। अधिकारी ने कहा कि राकांपा ने शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रतिनिधि भेजे थे। उन्होंने कहा, “पुलिस इस संबंध में दक्षिण क्षेत्र साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर रही है।
ट्विटर के मुताबिक सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार के नाम से मेरे वाट्सएप पर मैसेज आया है। उन्हें एक वेबसाइट से धमकी दी गई है। साथ ही संबंधित अकाउंट से भी ऐसे ही मैसेज आए हैं। मैं यहां न्याय मांगने आई हूं। मेरी केंद्रीय गृह मंत्री और महाराष्ट्र के गृह मंत्री से मांग है कि ये जो गंदी राजनीति है वह रूकनी चाहिए।
सुप्रिया सुले ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पवार साहब देश के नेता हैं उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर ने वादा किया है कि वे तुरंत इसपर एक्शन लेंगे।
मीडिया से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि इन धमकियों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि महाराष्ट्र में इस तरह की नफ़रत कौन फैला रहा है।