मई,17,2024
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बाल सुधार गृह में बंदी की रहस्यमयी मौत, परिजनों ने कहा, हुई है हत्या, गहराया सस्पेंश, जमीनी विवाद में गया था जेल, होनी थी रिहाई, मिली लाश

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गया जिलें में बाल सुधार गृह में एक बंदी अविनाश सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह आरोप परिजनों ने लगाया है।

परिजनों का आरोप है कि बीती रात करीब तीन बंदियों ने मिलकर गमछे से मुंह बांधकर उसकी पीटकर हत्या कर दी है। इसकी जानकारी बाल सुधार गृह प्रशासन की ओर से रात में घर वालों को दी गई थी।

रात ही जेल प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती कराया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया है। अविनाश सिंह जमीनी विवाद में जेल में बंद था।

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हालांकि बताया यह जा रहा है कि कैरम खेलने को लेकर एक-दूसरे से बंदी भिड़ गए। इसमें दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट में गंभीर घायल एक बंदी को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि बाल सुधार गृह में कैरम खेलने को लेकर मारपीट की घटना हुई। इसमें एक बंदी बसेता गांव निवासी मनोज कुमार सिंह का पुत्र अविनाश कुमार बंद था। वह इमामगंज थाना कांड संख्या 9521 में बंद था।

परिजनों का आरोप है कि अविनाश सिंह को जमानत मिल गई थी, लेकिन जमानत के आर्डर पास होने में हुई देरी की वजह से रिहाई के लिए दस्तावेज दाखिल नहीं हुआ और वह बाल सुधार गृह से बाहर नहीं आ सका था। जहां उसे बाल सुधार गृह से बाहर लाने की तैयारी की जा रही थी वहीं परिजन कहते हैं कि बंदियों ने मिल कर उसकी हत्या कर दी।

वैसे, थानाध्यक्ष का कहना है कि मारपीट के दौरान उसे दाहिने तरफ सीने में चोट लगी। जिससे हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने का इंतजार है।

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