सीवान से बड़ी खबर आ रही है जहां जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के घर पर विजिलेंस ने बड़ी रेड मारी है। शुक्रवार को छापेमारी टीम ने उनके घर पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए चौदह लाख (Vigilance raids the house of District Education Officer) कैश बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार, आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने सीवान के जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह छापेमारी पटना से लेकर सीवान तक चल रही है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के पास आय से 87 लाख रुपए अधिक की संपत्ति मिलने के बाद केस दर्ज किया था।
बताया जा रहा है कि शिक्षा पदाधिकारी आवास के दूसरे तल्ले पर निगरानी की टीम पहुंची है। टीम उनके कमरे में दस्तावेज को खंगाल रही है। वहीं, निगरानी के डीएसपी अभय कुमार ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के ऑफिस और आवास से मिलाकर 14 लाख रुपये बरामद हुए हैं। सीवान के साथ ही उनके पटना स्थित आवास पर भी छापेमारी की जा रही है।
छापेमारी के दौरान निगरानी टीम को जिला शिक्षा पदाधिकारी के ठिकानों से लाखों का कैश और कई अन्य कागजात मिले हैं। इसकी जांच चल रही है। मिथिलेश कुमार के सीवान स्थित कार्यालय और आवास से निगरानी की टीम को 14 लाख नगद मिले हैं।
पटना आवास से भी कई कागजात जब्त किए गए जिसकी छानबीन चल रही है। डीएसपी स्तर के अधिकारी इस छापेमारी का नेतृत्व कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार छापेमारी का नेतृत्व कर रहे हैं डीएसपी स्तर के अधिकारी का नाम संजय जयसवाल है।
जानकारी के अनुसार,आय से अधिक संपत्ति मामले को लेकर विजिलेंस की टीम जांच कर रही है। महादेवा स्थित शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर टीम जांच कर रही है। शिक्षा पदाधिकारी आवास के दूसरे तल्ले पर निगरानी की टीम पहुंची है। टीम उनके कमरे में दस्तावेज को खंगाल रही है।
वहीं, निगरानी के डीएसपी अभय कुमार ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के ऑफिस और आवास से मिलाकर 14 लाख रुपये बरामद हुए हैं। तहकीकात अभी भी जारी है। पढ़िए पूरी खबर
निगरानी विभाग के डीएसपी अभय कुमार ने बताया कि निगरानी थाना में कांड संख्या 36/23 दर्ज किया गया था। शिक्षा पदाधिकारी मिथलेश कुमार खिलाफ गोपनीय जांच भी की गई थी। आज वारंट लेकर उनके सीवान आवास, पटना आवास और कार्यालय में छापेमारी की जा रही है।
इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया था। इसके बाद तीन डीएसपी समेत 6 लोगों की टीम जांच करने पहुंची है। डीएसपी ने बताया कि हालांकि अभी शिक्षा पदाधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अभी उनके खिलाफ जांच चल रही है।
मिथिलेश के खिलाफ दो शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार से लेकर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। इस मामले में अगस्त 2020 में जांच टीम गठित की गई थी। बर्खास्त शिक्षक ओबरा प्रखंड के मखरा गांव निवासी कमलेश कुमार विकल और दाउदनगर के अरई गांव के रजनीश कुमार बर्खास्तगी के बाद बहाल हो गए तब दोनों ने मिथिलेश कुमार के खिलाफ निगरानी से लेकर विभाग के सभी वरीय पदाधिकारी के पास आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी।
जानकारी के अनुसार,करीब साढ़े तीन घंटे तक चले छापेमारी के दाैरान टीम द्वारा कार्यालय व आवास से करीब 14 लाख रुपये नकद बरामद किया गया। बताया गया कि मिथिलेश कुमार जिले में वर्ष 2020 में डीईओ के पद पर तैनात रहे थे। वे जिला शिक्षा पदाधिकारी के अलावा डीपीओ स्थापना और डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान के पद रहे थे। यहां पदस्थापन के समय उनकी ओर से दो शिक्षकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई विवादों में रहा था।
डीईओ मिथिलेश कुमार के भ्रष्टाचार के आरोप में अगस्त 2020 में जांच टीम गठित की गई थी। वर्ष 2020 में रहे विभागीय निदेशक प्रशासन सह अपर सचिव सुनील कुमार के द्वारा गठित की गई जांच टीम में विभाग के उपसचिव अरशद फिरोज, पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सुरेंद्र कुमार सिन्हा, प्राथमिक शिक्षा के उपनिदेशक प्रभात कुमार पंकज शामिल थे।
जांच टीम शिक्षक रजनीश कुमार की शिकायत पर गठित की गई थी। मिथिलेश कुमार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, कार्यालय में रजिस्टर और खेलकूद की सामग्री की खरीद में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया था।