back to top
24 नवम्बर, 2024
spot_img

Education Minister Chandrashekhar का KK पर विवादित बयान | शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की फिसली जुबान, KK Pathak को लेकर कह दिया…..?

spot_img
spot_img

देशज टाइम्स | Highlights -

spot_img

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव KK Pathak के पद से इस्तीफा देने के मामले में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बड़ा बयान दिया है। मंत्री ने KK Pathak को अपशब्द तक कह दी। अपशब्द के बोल ऐसे हर कोई सुनकर (sensational statement of education minister chandrashekhar on kk pathak resigned) शर्मसार हो गए।

Education Minister Chandrashekhar की फिसली जुबान

मगर, पत्रकारों ने जैसे ही मंत्री से सवाल दागा, जवाब हाजिर था। शिक्षा मंत्री ने दो टूक जवाब देते कहा, KK Pathak के मन में हम थोड़े ही बैठे हैं… उनको काम करने का मन नहीं हुआ तो उन्होने इस्तीफा दे दिया, हम क्या करें।

Education Minister Chandrashekhar ने फिर भाजपा पर निशाना साधा

बेगूसराय में कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में पहुंचे चंद्रशेखर की जुबान फिर से फिसली। उन्होंने एक जगह अपशब्द तक का प्रयोग तक कर दिया। वहीं इस दौरान चंद्रशेखर ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा। और राम और धर्म पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम रहे। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बेगूसराय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम को संबोधित भी किया।

लालू प्रसाद ने उठायी जब भी गरीबों की आवाज तो

उन्होंने कार्यक्रम में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए जंगलराज कहने वालों को गाली दी। शिक्षा मंत्री लालू यादव के कामों की तारीफ कर रहे थे। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि ‘लालू प्रसाद ने उठायी जब भी गरीबों की आवाज तो @XYZ कहते हैं जंगलराज।

कहा, बेगूसराय में तो नहीं ही मिलता होगा

चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि संविधान की कृपा से हम आप कुर्सी पर बैठते हैं। पहले आपलोगों को कुर्सी पर बैठने के लिए मिलता था। बेगूसराय में तो नहीं ही मिलता होगा। 1990 से पहले बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा फूले, डॉ. लोहिया सहित कितने लोग आए, लेकिन लालू प्रसाद ने लोगों को ताकत दिया है।

चूहा पकड़ने वालों, भैंस चराने, सुअर चराने वालों, मछली पकड़ने वालों पढ़ना लिखना सीखो

चूहा पकड़ने वालों, भैंस चराने, सुअर चराने वालों, मछली पकड़ने वालों पढ़ना लिखना सीखो। लालू प्रसाद ने उठायी जब भी गरीबों की आवाज तो @XYZ कहते हैं जंगलराज। अगर गरीबों की आवाज बनना जंगलराज है तो हमें स्वीकार है।

Education Minister Chandrashekhar ने कहा, पीएम मोदी ने लोगों को सब्ज बाग दिखाए

चंद्रशेखर ने नरेंद्र मोदी और भारत सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता हासिल करने के लिए जनता को तरह-तरह के सब्ज बाग़ दिखाएं और 15 से 20 लाख रुपए हर एक के खाते में भेजने का वादा किया।

22 करोड़ नौकरी देने वाले 1 लाख लोगों को भी नहीं दी नौकरी

वहीं सरहद एवं सीमा सुरक्षा के संबंध में भी सब्जबाग़ दिखाएं। जबकि हालत यह है कि  चीन ने लद्दाख, डोकलाम एवं अन्य जगहों पर हमारी जमीन पर कब्जा करने का काम किया। उन्होंने प्रत्येक वर्ष 22 करोड़ नौकरी देने की बात कही थी, 9 साल से अधिक बीत जाने के बावजूद अभी तक एक लाख लोगों को भी उन्होंने नौकरी नहीं दी है।

Education Minister Chandrashekhar बोले, महंगाई की मार से गृहणियां तक परेशान हैं

अपने आप को चौकीदार की संज्ञा देने वाले नरेंद्र मोदी ने धीरे-धीरे सरकारी संसाधनों को निजी हाथों में बेच दिया। किसानों को आमदनी दुकानी करने का भरोसा देकर किसानों की लागत दुगुनी कर दी गई। वहीं महंगाई की मार से गृहणियां तक परेशान हैं। आज हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं। नरेंद्र मोदी की सरकार ने कफन से लेकर नमक तक पर जीएसटी लगाने का काम किया।

पाकिस्तान पर बात कर लोगों को ठगा

नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार ने आज तक सिर्फ हिंदू-मुसलमान, कश्मीर पाकिस्तान पर बात कर लोगों को ठगा है। राम मंदिर को लेकर भी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि आज गांव गांव अक्षत भेजने का काम किया जा रहा है और लोगों से उगाही जारी है।जबकि नौकरी देने की बात की जानी चाहिए थी।

गरीबों से मकान का हक ले लिया

दुनिया के लोग चाहे किसी भी धर्म के हो उन्हें अपने भगवान पर आस्था है। गरीबों को चाहिए रोटी कपड़ा और मकान लेकिन आज गरीबों से मकान का हक ले लिया गया और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मार्च 2022 के बाद गरीबों को नहीं मिला है। उस 12 लाख करोड रुपए की बंदरबांट कर ली गई।

Education Minister Chandrashekhar ने कहा, अक्षत भेजकर कर रहे हैं उगाही 

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा,आज गांव गांव अक्षत भेजने का काम किया जा रहा है। लोगों से उगाही जारी है। नौकरी देने की बात की जाने चाहिए थी। दुनिया के लोग चाहे किसी भी धर्म के हो उन्हें अपने भगवान में आस्था है। गरीबों को चाहिए रोटी कपड़ा और मकान लेकिन आज गरीबों से मकान का हक ले लिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मार्च 2022 के बाद गरीबों को नहीं मिला है। 12 लाख करोड़ रुपए की बंदरबांट कर ली गई।

Education Minister Chandrashekhar ने पूछा, राम मंदिर उद्घाटन में राष्ट्रपति क्यों नहीं ? 

शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने जाति आधारित गणना का हवाला देते हुए कहा कि तमिलनाडु के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य बना जहां जाति आधारित गणना करवाई गई। आज मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास का लाभ भी मिल रहा है। भगवान ने वर्ण व्यवस्था की स्थापना नहीं की। ना ही उन्होंने लोगों को जातियों में विभक्त किया था, लेकिन आज यह लोग जाति में बाट कर वर्ण व्यवस्था को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।

Education Minister Chandrashekhar ने कहा, शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं

शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं। लेकिन जो सबरी के बेटे को मंदिर में न घुसने दे उसको हम नहीं मानते। 2018 में तात्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जगन्नाथ पुरी मंदिर में घुसने नहीं दिया गया था। वर्तमान राष्ट्रपति को भी घुसने नहीं दिया गया।

जाति प्रथा प्रभु राम ने नहीं बनाई, पुरखों की गलती से बनी

जब हमने इसी बात को दोहराया और कहा कि जाति प्रथा भगवान की ओर से नहीं बनाई गई वह पुरखों की गलती से बनी है, उसे मानने की जरूरत नहीं तो हमारे जीभ की कीमत 10 करोड़ लगा दी गई। वही बात जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की तो किसी ने चूं तक नहीं की।

बिहार सरकार की उपलब्धियां गिनाईं

सम्मलेन में बिहार सरकार की उपलब्धियों की ओर इशारा करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार के नीतीश और तेजस्वी की सरकार ने लोगों से जो वादा किया उसे पूरा किया और लाखों लोगों को नौकरी दी। तमिलनाडु के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य बना जहां जाति आधारित गणना करवाई गई।

Education Minister Chandrashekhar ने कहा, जाति प्रथा प्रभु राम ने नहीं बनाई, पुरखों की गलती से बनी

आज मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास का लाभ भी मिल रहा है। भगवान ने वर्ण व्यवस्था की स्थापना नहीं की और ना ही उन्होंने लोगों को जातियों में विभक्त किया था। लेकिन आज भाजपा के लोग जाति में बाँट कर वर्ण व्यवस्था को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं, लेकिन जो सबरी के बेटे को मंदिर में न घुसने दें, उसको हम कतई नहीं मानते। 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जगन्नाथ पुरी मंदिर में घुसने नहीं दिया गया था।

Education Minister Chandrashekhar ने कहा… तो हमारे जीभ की कीमत 10 करोड़ लगा दी गई

वर्तमान राष्ट्रपति को भी घुसने नहीं दिया गया। जब हमने इसी बात को दोहराया और कहा कि जाति प्रथा भगवान के द्वारा नहीं बनाई गई, वह तो पुरखों की गलती से बनी है। उसे मानने की कोई जरूरत नहीं। तो हमारे जीभ की कीमत 10 करोड़ लगा दी गई। यही बात जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की तो किसी ने चू तक नहीं की ।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -