आंचल कुमारी। Darbhanga News | देखें VIDEO | कमतौल में गणेश पूजनोत्सव के दौरान दो पक्षों में तनातनी, देखें VIDEO|
कमतौल थाना क्षेत्र के रमौल गांव में गणेश पूजनोत्सव को लेकर दो पक्ष के बीच तनाव (Tension between two parties during Ganesh Puja festival in Darbhanga)। हो गया। आयोजित कलश यात्रा के दौरान दो पक्ष के बीच बने तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सूझबूझ से पूरे मामले को बढ़ने से रोक दिया। देखें VIDEO|
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि पांच ही सही
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि पांच ही सही, उनकी मजबूरी और पीड़ा को देखते हुए पुराने रूट को छोड़कर प्रशासन नए रूट से कलश यात्रा शुरू करवाया, इस न्याय संगत प्रयास के लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। तनाव को देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
लगनमा धाम ले जाकर दिन के करीब दो बजे रस्म की अदायगी करायी
रमौल गांव के एक नंबर वार्ड में गणेश पूजा का आयोजन बीते 10 वर्षों से होता चला आ रहा है। पहले गांव में पुल और सड़क नहीं होने के कारण कलश यात्रा एवं प्रतिमा का विसर्जन पूजा स्थल से करीब छह किलोमीटर दूर पनिहारा होते हुए मुरैठा गांव के भिरोहा में खिरोई नदी में जाकर किया जाता था। लेकिन जब रमौल गांव में पुल और सड़क बन गई, तब पिछले दो-तीन वर्षों से पूजा समिति की ओर से नए रूट लगनमा धाम में जाकर कलश यात्रा एवं प्रतिमा विसर्जन की मांग की जा रही थी।
लगनमा धाम ले जाकर दिन के करीब दो बजे रस्म की अदायगी करायी
पूजा समिति के अध्यक्ष राम सुधिष्ट बैठा, पूर्व मुखिया अमरेश कुमार राय, राहुल कुमार, रामचंद्र साह, राम श्रेष्ठ साह आदि ने बताया कि भारी सुरक्षा के बीच पांच कुमारी कन्याओं को प्रशासन नए रूट से जिधर से एक पक्ष पक्ष की ओर से कलश यात्रा निकाले जाने की मांग की गई थी, उसी रूट से लगनमा धाम ले जाकर दिन के करीब दो बजे रस्म की अदायगी करायी गयी। साथ ही पूजा समिति को आश्वासन दिया गया कि विसर्जन भी इसी रूट से होगा। जबकि पूजा समिति की ओर से 201 कुमारी कन्याओं की ओर से सुबह सात बजे कलश यात्रा निकाले जाने की तैयारी की गई थी।
इस वर्ष भी पूजा समिति इसी रूट से कलश यात्रा
इस वर्ष भी पूजा समिति इसी रूट से कलश यात्रा एवं प्रतिमा विसर्जन कराये जाने को लेकर जिलाधिकारी एवं सदर एसडीओ सहित थाना पुलिस में भी आवेदन देकर मांग की गयी थी। जिसका प्रशासन की ओर से स्थल का मुआयना भी किया गया था, जहां पूजा समिति ने अधिक दूरी होने के कारण प्रतिमा विसर्जन एवं कलश यात्रा में होने वाली परेशानी से अधिकारियों को अवगत कराया था।
नए रूट से दूसरे पक्ष का ना तो कोई धार्मिक स्थल है
यह भी अवगत कराया था कि नए रूट से दूसरे पक्ष का ना तो कोई धार्मिक स्थल है और न ही कोई ऐसा स्थान है, जिससे उन्हें आपत्ति हो। फिर भी इस सड़क से होकर कलश यात्रा निकाले जाने या विसर्जन करने जाने में दूसरे पक्ष को आपत्ति क्यों है।
आखिर सड़क पर होकर जाने से कोई किसी को कैसे रोक सकता है?
आखिर सड़क पर होकर जाने से कोई किसी को कैसे रोक सकता है? दूसरे पक्ष का कहना था कि जिस पुराने रूट से विसर्जन एवं कलश यात्रा हो रहा है, उसी मार्ग से किया जाए। इसके लिए कई बार दोनों समुदाय के बीच आपस में बैठकर तय करने का प्रयास भी किया गया। लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। शनिवार को भी दोपहर तक इस बात का इंतजार किया गया कि आपस में सहमति बन जाए।
दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे के पर्व में
दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे के पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। लेकिन मसले का हाल ना होता देख, प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बीच नए रूट से पांच कुमारी कन्याओं को ले जाकर कलश में जल भरने के रस्म को पूरा करवा कर पूजा शुरू करवाया।
पुलिस निरीक्षक सह कमतौल थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने इसकी पुष्टि करते
इस संबंध में पुलिस निरीक्षक सह कमतौल थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सबकुछ नियंत्रण में है। किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए पूजा स्थल सहित चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है। इस दौरान दरभंगा के सदर एसडीओ विकास कुमार, सदर वन के एसडीपीओ अमित कुमार, डीएसपी सह कमतौल सर्किल इंस्पेक्टर उदय शंकर आदि मौजूद थे।