Darbhanga News: मनरेगा से पौधरोपण में फर्जीवाड़ा, हैंडपंप, बोर्ड के नाम पर अवैध निकासी, मां, बहन के नाम से फर्जी योजना। बड़ा खुलासा होना बाकी है। अभी तो डीएम और डीडीसी (Big fraud in plantation under MNREGA in Darbhanga) को शिकायती आवेदन ही पड़ा है।
आवेदन पर जांच की जाएगी तो बड़े घोटाले और फर्जीवाड़ा सामने आएंगें
जब इस आवेदन पर जांच की जाएगी तो बड़े घोटाले और फर्जीवाड़ा सामने आएंगें। ऐसा,हम (DeshajTimes) नहीं कह रहा, आवेदनकर्ता का कहना है, जिन्होंने जिला प्रशासन को अपना आवेदन सौंप दिया है।
मनरेगा मद से किए गए पौधरोपण कार्य समेत अन्य योजनाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा
जानकारी के अनुसार, मनरेगा मद से किए गए पौधरोपण कार्य समेत अन्य योजनाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा की बात कही जा रही है। मनरेगा मद से कराए गए पौधरोपण में हुए फर्जीवाड़ा और घोटाले की शिकायत अब डीएम राजीव रौशन के दरबार तक पहुंच चुका है। जहां, माखनपुर निवासी सुभाष चंद्र चौधरी और सोनू चौधरी ने डीएम और डीडीसी को फर्जीवाड़े की सबूत के साथ शिकायती आवेदन दिया है।
पंचायत में फर्जी योजना चलाकर सरकारी राशि का गबन
हायाघाट प्रखंड क्षेत्र के आनंदपुर सहोड़ा पंचायत अंतर्गत माखनपुर निवासी सुभाष चंद्र चौधरी और सोनू कुमार चौधरी ने डीएम और डीडीसी को दिए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि मनरेगा पीओ, कनीय अभियंता और रोजगार सेवक के साथ स्थानीय बिचौलिया की मिलीभगत से पंचायत में फर्जी योजना चलाकर सरकारी राशि का गबन किए हैं।
एक ही परिवार में मां और बेटी तथा एक परिवार में मां और उसके दो बेटे के नाम से पौधरोपण कर राशि का गबन
मनरेगा अधिकारी, कर्मी और स्थानीय बिचौलिया की मिलीभगत से एक ही परिवार में मां और बेटी तथा एक परिवार में मां और उसके दो बेटे के नाम से पौधरोपण योजना कर सरकारी राशि का गबन किया गया है।
एक ही परिवार में मां के नाम से पोखर खुदाई और दो पुत्र के नाम से पौधरोपण
इस परिवार में मां और उसके तीन बेटियों के नाम से पौधरोपण किया गया है। इसमें एक लड़की की शादी हो गई है। दो अन्य लड़की अभी अविवाहित है। वहीं एक परिवार में मां के नाम से पोखर खुदाई और दो पुत्र के नाम से पौधरोपण किया गया है। जिस दो लड़के के नाम से वृक्षारोपण हुआ है वह दोनों लड़का दूसरे प्रदेश में नौकरी करता है।
इन लोगों के पास आवासीय भूमि के अलावा कृषि के लिए बहुत ज्यादा जमीन भी नहीं
माखनपुर वार्ड नौ के अजय कुमार चौधरी की पत्नी बबिता देवी और उसकी पुत्री हेमलता, प्रिया कुमारी व रिया कुमारी के नाम पर पौधरोपण किया गया है। इसमें हेमलता की शादी हो गई है। रिया और प्रिया अभी अविवाहित है। इसके अलावा इन लोगों के पास आवासीय भूमि के अलावा कृषि के लिए बहुत ज्यादा जमीन भी नहीं है।
दोनों दूसरे प्रदेश में नौकरी करता है। ऐसे में प्रतिमाह वनपोषक के रूप में दी जानेवाली राशि में भी घोटाला
वहीं माखनपुर के ही राम वरण चौधरी की पत्नी उर्मिला देवी के नाम से पोखर खुदाई तथा उसके पुत्र धर्मेंद्र चौधरी और जितेंद्र चौधरी के नाम से वृक्षारोपण हुआ है। वहीं, धर्मेंद्र और जितेंद्र दोनों दूसरे प्रदेश में नौकरी करता है। ऐसे में प्रतिमाह वनपोषक के रूप में दी जानेवाली राशि में भी घोटाला हुआ है।
पंचायत में जितने भी पौधरोपण की योजना हुई है। उसमें हैंडपंप और बोर्ड नहीं लगाया गया है
दिए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि पंचायत में जितने भी पौधरोपण की योजना हुई है। उसमें हैंडपंप और बोर्ड नहीं लगाया गया है। लेकिन इस नाम पर बिल बनाकर निकासी कर ली गई है।
डीएम और डीडीसी को दिए आवेदन में सोनू चौधरी ने कहा
डीएम और डीडीसी को दिए आवेदन में सोनू चौधरी ने कहा है कि उसके पिता का निधन करीब दस वर्ष पूर्व हो गया है। वह पुणे में सरकारी नौकरी करता है। घर पर उसकी मां और बहन ही रहती है।
किसी जमीन पर मनरेगा से पौधरोपण नहीं हुआ
ऐसे में गांव के ही जय प्रकाश चौधरी ने उसके मां और बहन के नाम से फर्जी जॉब कार्ड बना उसके नाम से पौधरोपण कर लिया है। वहीं, उसके किसी जमीन पर मनरेगा से पौधरोपण नहीं हुआ है। साथ ही उसके पास चार यूनिट पौधरोपण के लिए जमीन ही नहीं है। ऐसे में मनरेगा अधिकारियों और बिचौलिया की मिलीभगत से उनके मां और बहन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है। (पूरी खबर आवेदन पर आधारित, देशज टाइम्स इन आरोप की पुष्टि नहीं करता)