Flood In Bihar| देखें VIDEO| बाढ़ वाली शंका…जल संसाधन विभाग का Darbhanga-Madhubani को अलर्ट। देखें VIDEO |
जहां, नेपाल की तराई और उत्तर बिहार में लगातार हो रही बारिश। बाढ़ की बड़ी वजह बनकर सामने आ रही है। जहां, दरभंगा-मधुबनी पर सैलाब के खतरे के बीच अररिया समेत पूरे कोसी सीमांचल में बाढ़ का खतरा मंडरा चुका है।
बाढ़ की स्थिति पूरे बिहार में गंभीर होती जा रही है। खासकर उत्तर बिहार में। जहां, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने कटिहार, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया और भागलपुर जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है।
कोसी नदी बेसिन में नेपाल प्रभाग में भारी वर्षापात के कारण जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि की संभावना है। वीरपुर बराज से 28 सितंबर को दोपहर 12 बजे 6,81,639 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की संभावना है, जिससे आकस्मिक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक बिहार में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। इससे खतरा और बढ़ गया है। उत्तर बिहार के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है, खासकर कोसी और गंडक नदी के आसपास के क्षेत्रों में।
कोसी बराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। शनिवार दोपहर 12 बजे तक कोसी बराज से 05 लाख 07 हजार 690 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया है वही, पानी के दबाव को देखते हुए बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। नदी में इतना पानी 56 साल बाद आया है। यह 1968 में नदी के सबसे अधिक फ्लो से सिर्फ 1 लाख क्यूसेक कम है।
अररिया के जोगबनी में लगातार बारिश से सप्तकोशी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। सुबह 8 बजे जलस्तर 4 लाख 18 हजार 285 क्यूसेक प्रति सेकेंड मापा गया। जलस्तर खतरा बिंदु से ऊपर पहुंच गया है। पूर्वी चंपारण संभावित बाढ़ के खतरे की जद में है।
वाल्मीकि नगर बैराज के सभी 36 फाटकों को खोल दिया गया है। इससे गंडक दियारा के निचले इलाको में बाढ़ की आशंका और बढ़ गई है। बागमती और लालबकैया नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है।
वही गंडक नदी की बात करे तो शनिवार सुबह ग्यारह बजे तक बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है,जो देर शाम तक 6 लाख क्यूसेक को पार कर सकती है।
वही सिकरहना नदी अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है,लेकिन उसके सहायक नेपाली नदियो में उफान आने से ऐसी संभावना जतायी जा रही है,कि देर रात तक उसके पानी में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है।