आंचल कुमारी, कमतौल | अहल्यास्थान में 13वें राजकीय अहल्या गौतम महोत्सव के दूसरे दिन का आयोजन श्रद्धा, संस्कृति, और भव्यता से परिपूर्ण रहा। रविवार को आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यसभा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
सांसद ने किया मिथिला का गौरवगान
अपने संबोधन में सांसद धर्मशीला गुप्ता ने अहल्यास्थान की धरती को वंदनीय बताते हुए कहा कि यह भूमि नारी सशक्तिकरण का पहला संदेश देने वाली पवित्र भूमि है। उन्होंने श्रीराम द्वारा माता अहल्या के उद्धार को नारी के सम्मान और शक्ति के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया। मिथिला की बेटी होने का गौरव व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस स्थान के विकास में वह हर संभव योगदान देंगी।
विधायक और अन्य अतिथियों ने साझा की विकास प्रतिबद्धता
विधायक जीवेश कुमार ने कहा कि मंदिर और अहल्यास्थान के उद्धार के लिए उनके प्रयास लगातार जारी हैं। उन्होंने भगवान श्रीराम की कृपा से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की उम्मीद जताई। कार्यक्रम में अन्य अतिथियों ने भी अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
अतिथियों का सम्मान
न्यास समिति द्वारा आगंतुकों को मिथिला की परंपरानुसार पाग, चादर, माला और मिथिला पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में दर्शकों ने बटोरा आनंद
दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बजरंग म्यूजिकल ग्रुप के भजनों और गजलों से माहौल भक्तिमय हो गया। जुली झा की मिथिला वर्णन प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। मैथिली और भोजपुरी लोक गीतों की प्रस्तुति पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं।
प्रमुख प्रस्तुतियां:
- जुली झा के पारंपरिक गीत।
- “सैंया मिलल ठकहरबा गे” और “छोरु न सैयां भोर भ गेलइ” जैसे गीतों ने समां बांध दिया।
- मैथिली गायिका माधव राय, पूनम मिश्रा, रामबाबू झा और मोनी झा की शानदार प्रस्तुतियां।
- निराला डांस टीम ने माहौल को और रंगीन बना दिया।
तीसरे दिन की विशेषताएं
सोमवार को महोत्सव के अंतिम दिन भोजपुरी लोकगायिका देवी और रानी कुमारी जैसी कलाकारों की प्रस्तुति होगी। साथ ही, पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा समेत अन्य गणमान्य अतिथियों के आने की संभावना है।
महोत्सव के महत्व पर एक नज़र
यह महोत्सव न केवल मिथिला की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का प्रयास है, बल्कि क्षेत्र के विकास और पर्यटकों को आकर्षित करने का एक मंच भी प्रदान करता है। दर्शकों की भारी भीड़ और उत्साह इस आयोजन की सफलता को दर्शाते हैं।