सतीश झा। बेनीपुर नगर परिषद क्षेत्र के सफाई कर्मियों का हड़तालआज सातवें दिन भी जारी रहा और बुधवार से आंदोलन तेज करने के निर्णय के साथ सफाई कर्मियों की बैठक मंगलवार को संपन्न हुई।
कल से प्रारंभ होने वाली आक्रोषपूर्ण प्रदर्शन को लेकर सफाई कर्मियों का एक शिष्टमंडल अनुमंडल पदाधिकारी ,अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष से मिलकर विस्तृत जानकारी साझा की है।ज्ञात हो कि नगर परिषद बेनीपुर के सफाई कर्मी अपनी विभिन्न समस्याओं की निदान की मांग को लेकर समय-समय पर आंदोलन करते आ रहे हैं।
इनकी मुख्य मांगों में सफाई किट की उपलब्धता,न्यूनतम मजदूरी की भुगतान, ईपीएफ की कटौती एवं ईपीएफ खाते में जमा करने के साथ-साथ पारिवारिक सुरक्षा उपलब्ध करना मुख्य रूप से शामिल है।लेकिन पिछले सप्ताह सफाई कर्मी तब आंदोलित हो उठे जब उन्हें पता चला कि पिछले एक वर्ष से उनके ईपीएफ खाते मेंएक फूटी कौड़ी भी जमा नहीं की गई है।तो अपने भविष्य की सुरक्षा की मांग को लेकर सफाई कर्मी सफाई कार्य को बंद करते हुए और अनिश्चित कालीन हड़ताल चले गए। नगर कार्यालयके समक्ष धरना पर बैठ गए।
नतीजा, नगर परिषद क्षेत्र में कचरों का अंबार लगा हुआ है। नगर परिषद क्षेत्र के हृदयस्थल आशापुर टावर चौक,बेनीपुर बाजार, बहेड़ा बाजार में कचरे की बदबू से लोग नांक मूंह ढक्कर गुजरने को मजबूर हैं। और, इधर सफाई कर्मियों की समस्याओं की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
जानकारी के अनुसार, नगर परिषद के सफाई मद में होने वाले व्यय विगत दो वर्षों में 17 लाख से बढ़कर 34 लाख हो गए लेकिन अब सफाई की स्थिति और बदतर होती चली गई।इस बीच सफाई एजेंसी का भी कार्यकाल गत 28 नवंबर को पूरा हो गया। लेकिन ना तो सफाई कर्मियों की मांग मानी गई और ना ही उनके ईपीएफ खाते में राशि जमा की गई।
इस बीच नगर परिषद के सामान्य बोर्ड की बैठक 4 दिसंबर को आयोजित है। लेकिन सफाई कर्मी किसी भी कीमत पर अपने मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। इस संबंध में पूछने पर नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी जयकुमार ने बताया कि बोर्ड की बैठक में सफाई कर्मियों की समस्या का निदान निकल लिया जाएगा।