जाले (दरभंगा): डीकेबीएम मुख्य सड़क पर मधुबनी जिले के विस्फी थाना क्षेत्र में मानक के अनुरूप न बनाए गए एक अवैध स्पीड ब्रेकर ने विद्यालय जा रहे शिक्षक की जान ले ली। यह हादसा बुधवार की सुबह घने कुहासे के कारण हुआ।
घटना का विवरण
- मृतक शिक्षक मिथिलेश कुमार मधुकर (29), दरभंगा के दोनार गुमती निवासी थे।
- वे काजी-बहेड़ा उत्क्रमित प्लस टू माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे।
- सुबह साढ़े छह बजे विद्यालय जाने के दौरान कुहासे में स्पीड ब्रेकर न दिखने के कारण उनका बाइक से संतुलन बिगड़ गया।
- सड़क पर गिरने के तुरंत बाद एक भारी वाहन उनके ऊपर से गुजर गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक की पृष्ठभूमि
- मिथिलेश कुमार ने हाल ही में बीपीएससी पास कर शिक्षक के रूप में नियुक्ति पाई थी।
- वे अविवाहित थे और अपने परिवार के साथ दरभंगा में रहते थे।
- उनकी मृत्यु की खबर से परिवार और क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई।
स्थानीय लोगों की शिकायतें
- इस सड़क पर बने अधिकांश स्पीड ब्रेकर मानक के अनुरूप नहीं हैं।
- स्पीड ब्रेकर के आसपास सफेद पट्टी (मार्किंग) का अभाव है, जिससे घने कुहासे या रात के समय ये दिखते नहीं।
- लोगों ने बताया कि इस तरह के स्पीड ब्रेकर के कारण सड़क पर अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं।
पुलिस की कार्रवाई
- विस्फी थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
- मृतक के पॉकेट से मिले दस्तावेजों के आधार पर उनकी पहचान की गई और परिजनों को सूचना दी गई।
- अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल
यह घटना बिहार में सड़क सुरक्षा और मानक विहीन स्पीड ब्रेकर की समस्या को उजागर करती है।
- सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बन रही है।
- चिह्नित स्पीड ब्रेकर न होने से वाहन चालकों को समय पर सतर्कता बरतने का मौका नहीं मिलता।
स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी
- पथ निर्माण विभाग को तुरंत ऐसे अवैध स्पीड ब्रेकर हटाने या मानकों के अनुसार सुधारने की जरूरत है।
- सड़क पर मार्किंग और संकेतक लगाने से दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं।
- प्रशासन को इस घटना से सबक लेते हुए सड़क सुरक्षा के मानकों को लागू करने पर ध्यान देना चाहिए।
होनहार शिक्षक की मौत न केवल उनके परिवार
मिथिलेश कुमार मधुकर जैसे होनहार शिक्षक की मौत न केवल उनके परिवार, बल्कि समाज के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। यह हादसा प्रशासन और पथ निर्माण विभाग के लिए सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक चेतावनी है।