बिहार सरकार ने शुक्रवार की देर शाम एक अप्रत्याशित निर्णय लिया और राज्य के डीजीपी आलोक राज को उनके पद से हटा दिया। यह बदलाव महज तीन महीने बाद हुआ, जब आलोक राज को बिहार का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। अब उनके स्थान पर विनय कुमार को बिहार पुलिस का नया डीजीपी नियुक्त किया गया है। विनय कुमार 1991 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं और उनकी छवि एक ईमानदार और सक्षम पुलिस अधिकारी के रूप में मानी जाती है।
आलोक राज का पद परिवर्तन
आलोक राज को पद से हटाने के बाद बिहार सरकार ने उन्हें बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम का महानिदेशक सह अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। यह फैसला राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के माध्यम से सार्वजनिक किया गया।
आलोक राज का कार्यकाल मात्र तीन महीने का रहा, जो बिहार के इतिहास में सबसे छोटा माना जा सकता है। उनके इस अल्पकालिक कार्यकाल ने राज्य में प्रशासनिक और सियासी हलचलें तेज कर दी हैं।
नए डीजीपी विनय कुमार की नियुक्ति
विनय कुमार की नियुक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उनके प्रशासनिक अनुभव और कार्यशैली पर सकारात्मक उम्मीदें जताई जा रही हैं। वे पहले बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी थे और अब उन्हें बिहार पुलिस की कमान सौंप दी गई है। उनके पास अगले दो वर्षों तक डीजीपी के रूप में सेवा देने का अवसर होगा। उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य में पुलिसिंग और शासन व्यवस्था में एक नया बदलाव देखने को मिलेगा।
अन्य प्रशासनिक बदलाव
इसके अलावा, राज्य सरकार ने एक और अहम प्रशासनिक बदलाव किया है। जितेंद्र सिंह गंगवार, जो अब तक महानिदेशक सह आयुक्त नागरिक सुरक्षा थे, को अब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का महानिदेशक भी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही गंगवार को नागरिक सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।
राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण
यह बदलाव बिहार की पुलिसिंग व्यवस्था और शासन में नए बदलाव की ओर इशारा करता है। विनय कुमार की नियुक्ति को लेकर राज्य में सकारात्मक माहौल है, और यह बदलाव राज्य की पुलिसिंग में एक नया मोड़ ला सकता है।