पटना | – बिहार में ग्रामीण सड़कों की स्थिति को सुधारने और उनके रखरखाव में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार, 19 दिसंबर, को ‘हमारा बिहार हमारी सड़क’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण करेंगे।
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ग्रामीण कार्य विभाग की पहल
इस एंड्रॉयड आधारित ऐप का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा किया गया है। ऐप का मुख्य उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की देखभाल और अनुरक्षण में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।
कैसे काम करेगा ऐप?
- सड़क का चयन – उपयोगकर्ता ऐप में अपने प्रखंड की सड़क का चयन कर सकते हैं।
- शिकायत दर्ज – सड़क की समस्याओं जैसे गड्ढे, क्षतिग्रस्त किनारे, या अन्य खराबियों की जानकारी फोटो के साथ अपलोड कर सकते हैं।
- समस्या का समाधान – शिकायत दर्ज होने के बाद संबंधित अधिकारी उसे तय समय सीमा में हल करेंगे।
- समस्या की स्थिति अपडेट – समस्या समाधान की प्रक्रिया और उसकी स्थिति ऐप में अपडेट की जाएगी।
- मरम्मत स्थल की तस्वीर – मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद अधिकारी पुनः तस्वीर अपलोड करेंगे।
63,000 किलोमीटर सड़कों की निगरानी
यह ऐप राज्य के सभी प्रखंडों की 63,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की सूची उपलब्ध कराएगा। इसके माध्यम से आमजन और सरकार के बीच सीधा संवाद स्थापित होगा, जिससे सड़कों के अनुरक्षण और मरम्मत में तेजी आएगी।
नागरिकों की भागीदारी से होगा विकास
यह तकनीक न केवल ग्रामीण सड़कों की यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि जनभागीदारी से बुनियादी ढांचे के विकास को भी गति देगी। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध इस ऐप को डाउनलोड कर उपयोगकर्ता अपनी शिकायतें दर्ज कर सकेंगे और सड़कों को बेहतर बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री की सोच और प्रयास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कदम ग्रामीण बिहार में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और जनता को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। यह ऐप सरकार और नागरिकों के बीच सीधे संवाद को प्रोत्साहित करेगा और राज्य की सड़कों को मजबूत, सुरक्षित और टिकाऊ बनाने में सहायक होगा।