दरभंगा। कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र के बलहा-तेरसों सड़क पर निर्माणाधीन पुल में अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। मीडिया को-ऑर्डिनेटर सुमित कुमार राय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह पुल 3 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से बनाया जा रहा है, लेकिन घटिया निर्माण और डाइवर्जन की खतरनाक स्थिति के कारण यह मौत का कुंआ बन गया है।
स्थानीय नेताओं का आरोप
समाजसेवी त्रिभुवन कुमार और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा,
- कुशेश्वरस्थान क्षेत्र में विकास कार्य जनता के हितों को प्राथमिकता में रखकर होने चाहिए।
- पुल और सड़क निर्माण में अनियमितताएं जूनियर इंजीनियर और संवेदक की मनमानी के कारण हो रही हैं।
- स्थानीय जनता और ग्रामीणों की चेतावनी के बावजूद जूनियर इंजीनियर धमकी भरे अंदाज में काम कर रहा है।
ग्रामीणों का प्रदर्शन और पुतला दहन
घटनास्थल पर जीवछ मुखिया, सागर मुखिया और अन्य ग्रामीणों ने जूनियर इंजीनियर और संवेदक का पुतला दहन किया।
- सागर मुखिया ने आरोप लगाया कि संवेदक ने स्थानीय दलालों की मदद से घटिया काम करवाया।
- ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की जांच और सुधार की मांग की है।
छात्र नेताओं का विरोध
छात्र नेता दिलखुश कुमार और दिलीप कुमार ने कहा कि यह आंदोलन अभी शुरुआत है। अगर सभी 6 पुलों का निर्माण निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं हुआ तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
आंदोलन में प्रमुख उपस्थिति
- जीवछ मुखिया, सागर कुमार, दिनेश मुखिया, अशोक शाह, राम उदित मुखिया
- राम बाबू यादव, वकील यादव, मकेश्वर सदा, दिलीप सदा, नंदन सदा
- आंदोलन में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।
ग्रामीणों की मांगें
- निर्माण कार्य की जांच और गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
- पुल और डाइवर्जन को जल्द से जल्द सुधारने का निर्देश।
- अनियमितता में शामिल जूनियर इंजीनियर और संवेदक पर कार्रवाई।
- सभी निर्माण कार्यों को एस्टीमेट और नियमों के अनुसार पूरा करना।
निष्कर्ष
बलहा-तेरसों सड़क पर हो रही अनियमितताओं के खिलाफ ग्रामीणों का यह प्रदर्शन स्थानीय प्रशासन के लिए चेतावनी है। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज होगा।