दरभंगा | मधुबनी और दरभंगा जिलों में बेहतर आवागमन और सिंचाई सुविधा के लिए सेवा पथ का कालीकरण कार्य तेजी से चल रहा है। जल संसाधन विभाग द्वारा इस परियोजना को फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
16 किलोमीटर लंबा होगा यह सेवा पथ
- लंबाई: सकरी शाखा नहर, श्रीरामपुर वितरणी, और लक्ष्मणपुर लघु नहर के किनारे यह सेवा पथ बनाया जा रहा है।
- मुख्य क्षेत्र: सकरी शाखा नहर (119.00 आरडी से 145.44 आरडी तक), श्रीरामपुर वितरणी (0.00 आरडी से 26.50 आरडी तक), और लक्ष्मणपुर लघु नहर (0.00 आरडी से 1.00 आरडी तक)।
68% कार्य पूरा
- परियोजना का 68% कार्य पहले ही पूरा हो चुका है।
- कार्य पूरा होने पर यह मधुबनी और दरभंगा के चार प्रखंडों (पंडौल, दरभंगा सदर, मनीगाछी, और बेनीपुर) के निवासियों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।
किन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ?
इस परियोजना से इन पंचायतों के किसान और निवासियों को सीधा लाभ मिलेगा:
- नरपतनगर
- कनकपुर
- राघोपुर
- पठानकवई
- तरौनी
- नेहरा
- पैक्टॉल
- हरपुर
- हावीभौर
- लक्ष्मणपुर
- कोठबन्ना
- बैगनी
- गणेशबनौली
परियोजना के लाभ
- सिंचाई में सुधार:
- नहरों के संचालन और देखरेख में सुविधा होगी।
- स्थानीय किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिलेगी।
- आवागमन में सुगमता:
- दोनों जिलों के बीच आवागमन का वैकल्पिक मार्ग मिलेगा।
- यात्रा का समय कम होगा और ग्रामीण इलाकों में संपर्क बढ़ेगा।
- ग्रामीण विकास:
- बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्रीय आर्थिक विकास होगा।
- स्थानीय पंचायतों के निवासियों को आवागमन और व्यापार में मदद मिलेगी।
प्रगति की निगरानी
जल संसाधन विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि परियोजना समय पर पूरी हो। इस सेवा पथ के निर्माण से न केवल सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि यह ग्रामीण परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन भी बनेगा।
स्थानीय निवासियों और किसानों को आवागमन और कृषि कार्यों में बड़े लाभ की उम्मीद है।