श्मशान घाट का ऐतिहासिक महत्व
- स्थान: काली श्मशान घाट, ग्राम खलासीन, कुशेश्वर स्थान, जिला दरभंगा।
- विशेषता: यह श्मशान घाट दर्जनों गांवों के लिए एकमात्र अंतिम संस्कार स्थल है।
- धार्मिक महत्व: हिंदू देवी मां काली के नाम से प्रसिद्ध, इस स्थान पर पीढ़ी दर पीढ़ी अंतिम संस्कार किया जाता है।
विवाद की शुरुआत
- कारण:
- पंचायत भवन बनाने के लिए अंचल अधिकारी से NOC प्राप्त की गई।
- स्थानीय ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी मिली, तो विरोध तेज हो गया।
- प्रतिक्रिया: प्रस्तावित निर्माण को लेकर ग्रामीणों में व्यापक आक्रोश फैल गया।
जन आक्रोश और विरोध प्रदर्शन
- विरोध स्थल: ग्रामीणों ने काली श्मशान घाट पर एकत्र होकर जोरदार प्रदर्शन किया।
- मांग: श्मशान घाट की पवित्रता बनाए रखने और सरकारी भवन निर्माण रोकने की मांग की।
विधायक का हस्तक्षेप
- विधायक: अमनभूषण हजारी।
- हस्तक्षेप:
- मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया और भीड़ को शांत किया।
- अंचल अधिकारी से संपर्क कर जन आक्रोश और स्थिति की जानकारी दी।
- आश्वासन:
- काली श्मशान घाट पर कोई सरकारी भवन या खेल मैदान नहीं बनेगा।
- निर्माण के लिए वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।
ग्रामीणों की मांग और समाधान की दिशा
- ग्रामीणों की चिंता:
- धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखने की मांग।
- श्मशान घाट के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बचाने का आग्रह।
- प्रस्तावित समाधान:
- पंचायत भवन निर्माण के लिए अलग भूमि की व्यवस्था।
- विवाद से बचने के लिए प्रशासन और स्थानीय नेताओं का हस्तक्षेप।
निष्कर्ष
काली श्मशान घाट का यह विवाद धार्मिक और सामाजिक महत्व को समझते हुए सुलझाया जा रहा है। प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से इस मुद्दे का समाधान निकालने की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने #PahalgamTerroristAttack पर कहा —
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