भूल जाइए अब Darbhanga की 800 साल पुरानी बातें, बदलेगा दरभंगा, ओह रे ताल मिले नदी के जल में नदी मिले सागर में सागर मिले कौन से जल में कोई जाने ना…
दरभंगा। हराही तालाब की स्थिति सुधारने के लिए नगर निगम ने अभियान तेज कर दिया है। तालाब की सतह पर बार-बार जमा हो रही गंदगी को स्थायी रूप से हटाने के लिए विभिन्न उपाय अपनाए जा रहे हैं। इस प्रयास में हराही तालाब को दिग्घी से जोड़ने वाले नाला और कल्वर्ट की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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सफाई अभियान में अपनाई गई विधियां
- सफाई में एरिएशन विधि का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- मंगलवार को दो एरेटर मशीनें लगाई गईं, जिनसे काम शुरू कर दिया गया।
- पेपर वाली गली के कल्वर्ट को साफ कर, नाले से 10-12 गाड़ी कचरा निकाला गया।
- नाला साफ होने के बाद तालाब तक पहुंचने वाले गंदे पानी को दो स्थानों पर मिट्टी डालकर रोका गया।
कल्वर्ट और नाला सफाई में प्रगति
- मुख्य सड़क के मुहाने पर स्थित कल्वर्ट और उससे आगे के हिस्से की सफाई का कार्य शेष है।
- नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता के आदेश पर नगर प्रबंधक रवि अमरनाथ और सहायक लोक स्वच्छता सह अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी निखिल चौरसिया सफाई अभियान का निरीक्षण कर रहे हैं।
एरेटर मशीन का महत्व
जलीय वातावरण में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाना:
- एरेटर मशीन पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने का काम करती है।
- मशीन पानी को हवा में उछालकर और उसमें ऑक्सीजन मिलाकर डीओ (डिजॉल्व्ड ऑक्सीजन) की मात्रा बढ़ाती है।
- जितने ज्यादा बुलबुले बनते हैं, उतनी ही अधिक ऑक्सीजन पानी में मिलती है।
यह प्रक्रिया न केवल जलीय जीवन को बचाने में सहायक है, बल्कि तालाब की सेहत को लंबे समय तक बनाए रखने में भी मददगार साबित होगी।
आगे की योजना
सफाई कार्य के अगले चरण में मुख्य सड़क के मुहाने के कल्वर्ट और नाले के बाकी हिस्सों की सफाई पूरी की जाएगी। नगर निगम का लक्ष्य है कि हराही तालाब की स्थिति में सुधार लाकर इसे स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाया जाए।