कुशेश्वरस्थान पूर्वी। अंचल क्षेत्र में साईबर कैफे संचालकों की लापरवाही के कारण ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में लगातार समस्याएं आ रही हैं। इस पर सख्त कार्रवाई करने के लिए अंचलाधिकारी गोपाल पासवान ने छापेमारी का निर्णय लिया है।
साईबर कैफे की लापरवाही का मामला
- अधिक पैसे की मांग:
साईबर कैफे संचालक आवेदनकर्ताओं से अनावश्यक रूप से अधिक पैसे वसूल रहे हैं। - गलत आवेदन:
आवेदन के समय गलत दस्तावेज स्कैन किए जा रहे हैं, जिससे परिमार्जन प्लस पोर्टल पर आवेदन रिभर्ट हो रहे हैं। - पेंडिंग आवेदन:
- अंचल क्षेत्र में 2300 आवेदन अभी पेंडिंग हैं।
- 635 आवेदन निष्पादन हो चुके हैं।
- 456 आवेदन रिभर्ट किए गए हैं।
आवेदनकर्ताओं की समस्या
- जानकारी की कमी:
यदि आवेदन रिभर्ट होता है, तो उसी आईडी से दुबारा आवेदन करना होता है। इसकी जानकारी कई आवेदनकर्ताओं को नहीं होती। - गलत खेसरा अंकन:
- अधिकांश आवेदनों में केवल सीएस सर्वे के खेसरा नंबर अंकित हैं।
- वर्तमान हाल सर्वे खतियान के खेसरा नंबर नहीं दिए जा रहे हैं, जिससे प्रक्रियाएं अटक रही हैं।
अंचलाधिकारी का बयान
अंचलाधिकारी गोपाल पासवान ने कहा:
- साईबर कैफे वालों की गलतियों और लापरवाही की वजह से आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- जल्द ही साईबर कैफे संचालकों पर छापेमारी की जाएगी ताकि स्थिति सुधारी जा सके।
आगे की योजना
- सही दस्तावेज और जानकारी के साथ आवेदन सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
- अंचल कार्यालय रिभर्ट आवेदनों के त्वरित निष्पादन के लिए प्रयासरत है।
सुझाव:
आवेदनकर्ता सावधानीपूर्वक सही जानकारी और दस्तावेजों के साथ आवेदन करें ताकि समस्याओं से बचा जा सके।
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