दरभंगा | कमला बलान बायां एवं दायां तटबंधों के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण और शीर्ष पर सड़क निर्माण की जल संसाधन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना का तीसरा फेज तेजी से प्रगति पर है। इस परियोजना के तहत अगस्त 2025 तक सभी तीन फेज का कार्य पूरा होने की उम्मीद है, जिससे मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर और सहरसा जिले के लाखों लोगों को बाढ़ से दीर्घकालिक सुरक्षा मिलेगी।
परियोजना के लाभ
✅ बाढ़ से स्थायी सुरक्षा: कमला नदी में हर साल आने वाली बाढ़ से चार जिलों को राहत मिलेगी।
✅ बेहतर यातायात व्यवस्था: फुहिया (समस्तीपुर) से नेपाल सीमा (जयनगर, मधुबनी) तक तटबंधों के शीर्ष पर सड़क बनने से वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा।
✅ ग्रामीण विकास को बढ़ावा: सुगम यातायात से गांवों में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी।
तीसरे फेज का कार्य प्रगति पर
📌 अब तक पूरा हुआ कार्य:
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कमला बलान दायां तटबंध:
- किमी 94.00 (पलवा, बिरौल, दरभंगा) से किमी 111.29 (फुहिया, समस्तीपुर) तक जीएसबी और डब्ल्यूएमएम कार्य पूर्ण।
- किमी 13.00 (सुक्की टोल, खजौली, मधुबनी) से किमी 14.50 (खजौली, मधुबनी) तक जीएसबी कार्य पूर्ण।
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कमला बलान बायां तटबंध:
- किमी 92.50 (पुनाच, गौड़ाबौराम, दरभंगा) से किमी 96.00 (जलई, महिषी, सहरसा) तक जीएसबी कार्य पूर्ण।
- बिटुमिनस कार्य प्रारंभ किया गया है।
📌 जारी कार्य:
- मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है:
- बायां तटबंध: किमी 0.00 से 11.72 और किमी 21.50 (पिराही) से 27.10 (पिपराघाट) तक।
- दायां तटबंध: किमी 0.00 से 13.00 और किमी 14.50 से 23.20 तक।
- मिट्टी भराई पूरी होने के बाद जीएसबी और अन्य संरचनात्मक कार्य तेजी से पूरे किए जाएंगे।
स्थल निरीक्षण और गुणवत्ता जांच
🔍 जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रक्षेत्र के अधिकारी एवं अभियंता लगातार स्थल निरीक्षण कर रहे हैं। वे निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और समय पर परियोजना पूर्ण करने के लिए तत्पर हैं।
🔹 विभाग का लक्ष्य:
✔ बाढ़ के दौरान तटबंधों की मजबूती सुनिश्चित करना।
✔ सड़क निर्माण से स्थानीय लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा देना।
✔ आपदा से होने वाली क्षति को न्यूनतम करना।
बिहार में बाढ़ नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम
📌 इस योजना के तहत समस्तीपुर से नेपाल सीमा तक कमला बलान नदी के किनारे तटबंधों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। इससे मिथिला क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण को लेकर एक स्थायी समाधान मिलेगा।
📢 क्या यह योजना बाढ़ नियंत्रण में प्रभावी होगी? अपनी राय नीचे कमेंट करें!