दरभंगा आज गाना गा रहा है। तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई। दरभंगा से पुराना नाता है शतकवीर, रिकार्डधारी गुजरात को हराने वाले वैभव सूर्यवंशी की कहानी। वजह यह है, वैभव सूर्यवंशी का Darbhanga Media Cup से भी पुराना नाता है। उनकी यह बचपन की तस्वीर और उनकी मेहनत की गवाही देती यह…VIDEO। राशि अग्रवाल की देशज टाइम्स के लिए यह खास रिपोर्ट पढ़िए।
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दरभंगा में क्रिकेट के शुरुआती अनुभव
वैभव सूर्यवंशी, जिसने मात्र 14 साल की उम्र में आईपीएल में शतक जड़कर नया इतिहास रच दिया, का दरभंगा से एक गहरा नाता रहा है। आज जब वैभव देश-दुनिया में क्रिकेट के चमकते सितारे बन चुके हैं, उनकी पुरानी यादें दरभंगा की गलियों और मैदानों से जुड़ी हुई हैं। Vaibhav Suryavanshi न सिर्फ एक उभरते क्रिकेटर हैं बल्कि दरभंगा Media Cup से भी पहले से इस शहर की क्रिकेट संस्कृति का हिस्सा रहे हैं।
दरभंगा में क्रिकेट के शुरुआती अनुभव
वैभव सूर्यवंशी का बचपन का एक खूबसूरत हिस्सा दरभंगा में बीता। जब भी दरभंगा और समस्तीपुर की टीमों के बीच मुकाबला होता था, वैभव दर्शकों की भीड़ में शामिल होते थे। वह दरभंगा के मैदानों पर स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट को बड़े चाव से देखते थे और यहीं से क्रिकेट के प्रति उनके जुनून की शुरुआत हुई थी।
दरभंगा में क्रिकेट के शुरुआती अनुभव
बात ज्यादा दिन पुरानी नहीं है। बस 6 से 15 मार्च 2016 की कहानी है। जब दरभंगा में पत्रकारों का सबसे आकर्षक और तेज समारोह मीडिया कप का आयोजन हुआ था। वैसे, नागेंद्र झा स्टेडियम में हर साल इसी मार्च महीनें के करीब मीडिया जगत से जुड़े दरभंगा के हौंसलामंद पत्रकारों की यहां यह खास आयोजन होता रहा है। इसी आयोजन में जब समस्तीपुर की टीम यहां भाग लेने आई थी तो वैभव सूर्यवंशी भी यहां आए थे, समस्तीपुर टीम के साथ।

गुजरात को हराकर रचा इतिहास
आईपीएल 2025 के एक बड़े मुकाबले में वैभव ने गुजरात के खिलाफ शानदार शतक जड़कर ना सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाई, बल्कि खुद भी सबसे कम उम्र में आईपीएल शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। इस रिकॉर्ड ने उन्हें रातोंरात देश का हीरो बना दिया।
दरभंगा के लोगों में खुशी की लहर
वैभव की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर दरभंगा के लोग भी गर्व महसूस कर रहे हैं। पुराने साथी खिलाड़ी, क्रिकेट प्रेमी और कोच जिनके बीच वैभव ने कभी मैच देखे थे, आज उनकी कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे। दरभंगा के मैदानों में भी जश्न का माहौल है।
छोटे शहर से बड़े सपने तक का सफर
बिहार के समस्तीपुर से आने वाले युवा खिलाड़ी का सफर आसान नहीं रहा। छोटे कस्बे से बड़े सपनों तक पहुंचने के लिए वैभव ने दिन-रात एक कर दिए थे। बैभव की कहानी में उनके पिता का बड़ा योगदान रहा है, उन्होंने बेटे के लिए अपनी जमीन बेचकर घर के पीछे ही पिच तैयार की, तब जाकर वैभव जैसा हीरा तैयार हुआ है।
Vinesh Prabhu ने यह शानदार वीडियो शेयर किया है। देशज टाइम्स Vinesh Prabhu का आभारी है…जब वैभव मात्र दस साल के थे…
A 10 yr old Vaibhav Sooryavanshi practicing on his terrace during the lockdown in 2021
4 years later, becomes the second fastest IPL centurion ❤️#IPL2025 pic.twitter.com/fGdNMGyskA
— Vinesh Prabhu (@vlp1994) April 28, 2025
छोटे शहर से बड़े सपने तक का सफर
वैभव सूर्यवंशी की कहानी उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों से निकलकर बड़े सपनों को सच करने की हिम्मत रखते हैं। दरभंगा में बिताया गया उनका समय इस बात का गवाह है कि संघर्ष और समर्पण से कोई भी मुकाम पाया जा सकता है।
उनका पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है
गुजरात टाइटंस के खिलाफ 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने 38 गेंदों में 101 रन ठोककर आईपीएल इतिहास का सबसे युवा शतकवीर बनने का रिकॉर्ड बनाया. उनके विस्फोटक शतक के बाद 10 साल की उम्र में बारिश में प्रैक्टिस करते हुए उनका पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है। यह वीडियो उनकी मेहनत, समर्पण और बचपन से चले आ रहे जुनून की कहानी बयां करता है।
फिसलन भरी छत, तेज होती बारिश और भीगता शरीर भी
इस वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि महज 10 साल के वैभव बारिश के मौसम में भी घर की छत पर अभ्यास करता नजर आ रहे हैं। फिसलन भरी छत, तेज होती बारिश और भीगता शरीर भी इस नन्हे खिलाड़ी के जज़्बे को नहीं रोक सका।
Vinesh Prabhu ने यह शानदार वीडियो शेयर किया है। देशज टाइम्स Vinesh Prabhu का आभारी है…जब वैभव मात्र दस साल के थे…
A 10 yr old Vaibhav Sooryavanshi practicing on his terrace during the lockdown in 2021
4 years later, becomes the second fastest IPL centurion ❤️#IPL2025 pic.twitter.com/fGdNMGyskA
— Vinesh Prabhu (@vlp1994) April 28, 2025
वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह वैभव पूरी तल्लीनता से
वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह वैभव पूरी तल्लीनता से शॉट्स की प्रैक्टिस कर रहे हैं, मानो हर बूंद के साथ अपनी मेहनत को और निखार रहे हों. यही जिद और तपस्या आज उन्हें क्रिकेट के इस मुकाम तक ले आई है, जहां महज 14 साल में उन्होंने आईपीएल में इतिहास रच दिया।
पीछे की मेहनत उससे भी कहीं ज्यादा गहरी है
वैभव की बल्लेबाजी में जिस सहजता से बड़े-बड़े गेंदबाजों को ध्वस्त किया गया, उसका बीज शायद उन्हीं बारिश भरे दिनों की अथक साधना में पड़ा था। आज उनके शतक की चमक जितनी तेज है, उसके पीछे की मेहनत उससे भी कहीं ज्यादा गहरी है।
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