Bihar Weather Today : बिहार के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी, उमस और तेज़ हवाओं की त्रिपक्षीय मार से लोग बेहाल हैं। गुरुवार को भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग ने उत्तर-पूर्वी जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं, मेघगर्जन और वज्रपात (Thunderstorm & Lightning) की चेतावनी दी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार यह स्थिति अगले 48 घंटे बनी रह सकती है।
उत्तर-पूर्वी जिलों में वज्रपात और तेज हवाओं का अलर्ट
राज्य के जिन जिलों में विशेष अलर्ट जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं:
सीवान, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया
इन क्षेत्रों में खुले में काम करने वालों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने भी SMS और स्थानीय रेडियो के माध्यम से चेतावनियाँ जारी की हैं।
तापमान में गिरावट का अनुमान, लेकिन राहत नहीं
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार:
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।
लेकिन 95% तक की आर्द्रता (Humidity) के कारण Heat Index यानी महसूस की जाने वाली गर्मी और अधिक होगी।
12 शहरों में पारा 40 डिग्री के पार: तापमान सारणी
बुधवार को बिहार के 12 से अधिक शहरों में 40°C से ऊपर का तापमान दर्ज किया गया। नीचे दी गई सारणी में प्रमुख शहरों का तापमान देखें:
शहर का नाम | अधिकतम तापमान (°C) |
---|---|
डेहरी, रोहतास | 43.2 |
बक्सर | 42.7 |
गया | 42.6 |
शेखपुरा | 41.9 |
औरंगाबाद | 41.7 |
आरा | 41.6 |
अरवल | 41.2 |
बांका | 41.1 |
पटना | 40.9 |
विक्रमगंज | 40.8 |
गोपालगंज | 40.3 |
जीरादेई | 40.3 |
Patna में बढ़ी गर्मी, आसमान रहेगा साफ
राजधानी पटना में आसमान गुरुवार को साफ रहेगा, जिससे गर्मी और बढ़ने की संभावना है। बुधवार को पटना का अधिकतम तापमान 40.9°C और न्यूनतम 28.4°C रिकॉर्ड हुआ । यह पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान में 3.2°C और न्यूनतम में 2°C की वृद्धि है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी: हीट स्ट्रोक से बचें
गर्मी और उमस से बचाव के लिए डॉक्टरों और मौसम विभाग ने निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें।
हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें।
पानी, नींबू पानी, छाछ, ORS आदि का सेवन करें।
हीट स्ट्रोक के लक्षणों (चक्कर, उल्टी, तेज़ बुखार) पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष निगरानी में रखें।
राज्य सरकार की भूमिका: राहत कार्य तेज करने की ज़रूरत
विशेषज्ञों का मानना है कि:
शीतल पेय जल वितरण केंद्र,
शेड या छाया स्थानों की व्यवस्था,
स्वास्थ्य जांच शिविर,
और स्थानीय प्रशासन की सक्रियता अत्यधिक गर्मी से होने वाले खतरे को कम कर सकते हैं।
सरकार को चाहिए कि ग्राम पंचायत स्तर पर हीटवेव जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
सावधानी ही बचाव है
Bihar में गर्मी का कहर अभी थमने वाला नहीं है। ऐसे में नागरिकों को मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हुए अपनी दिनचर्या और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
सरकार और आमजन दोनों की साझा जागरूकता ही लू जैसी आपदाओं से सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।