दरभंगा में फिर चली गोलियां! बस स्टैंड टेंडर विवाद में अपराधियों ने मचाया तांडव। 16 नकाबपोशों की खुलेआम फायरिंग! टेंडर को लेकर रंगदारी का आरोप, बस स्टैंड टेंडर के लिए हर महीने 10 लाख? दरभंगा में गोलीबारी से दहशत,दरभंगा में माफिया राज? दिनदहाड़े 12 राउंड फायरिंग, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं!‘हर महीने 10 लाख दो नहीं तो मार देंगे!’ – दरभंगा में खुलेआम धमकी और फायरिंग@प्र्भास रंजन दरभंगा साथ में केवटी संवाददाता,देशज टाइम्स।
Bullet Points: दरभंगा में गरजा अपराध
भेरियाही में शमशे आलम के घर पर 12 राउंड फायरिंग। 7 बाइक पर सवार 16 नकाबपोश अपराधियों का गैंग। बस स्टैंड टेंडर विवाद में रंगदारी की मांग। पुलिस को मौके से कारतूस के खोखे मिले, FIR का इंतजार।राजनीतिक संरक्षण और पुलिस निष्क्रियता पर उठे सवाल। मुख्यमंत्री से दरभंगा को अपराध मुक्त करने की मांग
Darbhanga Firing News| दरभंगा बस स्टैंड टेंडर विवाद में फिर चली गोली, 16 नकाबपोश बदमाशों ने बरसाई गोलियां
दरभंगा-केवटी,देशज टाइम्स। दरभंगा एयरपोर्ट से सटे भेरियाही गांव में बुधवार को शाम के करीब 3:30 से 4:00 बजे के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई जब 7 बाइकों पर सवार करीब 16 नकाबपोश बदमाशों ने खुलेआम 10 से 12 राउंड फायरिंग कर दी। यह घटना मुस्लिम वेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम के छोटे भाई शमशे आलम उर्फ पप्पू के नव-निर्मित मकान के बाहर हुई।
गोलियों की तड़तड़ाहट से कांपा इलाका
फायरिंग शमशे आलम के मकान के मुख्य द्वार और अंदर की ओर की गई। घटना के समय घर में कोई नहीं था, बच्चे स्कूल में थे और बाकी लोग बाहर। घटना के बाद अपराधी फरार हो गए, और गांव में दहशत का माहौल बन गया।
पुलिस को घटनास्थल से मिले खोखे, जांच शुरू
सूचना मिलते ही केवटी थानाध्यक्ष राहुल कुमार, एसआई लुकमान खान समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।घटनास्थल से आधा दर्जन से अधिक खोखे बरामद किए गए। पुलिस ने कहा कि प्राथमिकी आवेदन मिलने पर दर्ज की जाएगी।
बस स्टैंड टेंडर से जुड़ा है विवाद?
नजरे आलम ने इस गोलीबारी को दरभंगा बस स्टैंड के नए टेंडर से जोड़ते हुए कहा कि
“यह हमला डराने और रंगदारी वसूलने की साजिश है। पहले भी एयरपोर्ट के पास हमला हो चुका है।”
उन्होंने बताया कि हमलावरों ने पहले भी धमकी दी थी:
“अगर टेंडर करना है तो हर महीने 10 लाख रुपये देने होंगे, नहीं तो गोली खाओ।”
राजनीतिक संरक्षण का आरोप, प्रशासन पर सवाल
नजरे आलम का आरोप है कि अपराधियों को एक बड़े राजनीतिक परिवार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने सवाल उठाया – “क्या प्रशासन किसी नेता के दबाव में काम कर रहा है?” उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दरभंगा को अपराध मुक्त करने की अपील की।
नजरे आलम की मांग: सुरक्षा और गिरफ्तारी
“अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो आम लोग घर से निकलना बंद कर देंगे।
दरभंगा अब शांत शहर नहीं रहा, अपराधियों का तांडव शुरू हो गया है।”
उन्होंने SSP से अपराधियों की गिरफ्तारी और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।