DM के सामने नशे में पहुंचा अफसर! सुपौल में मछुआरा दिवस पर शर्मनाक घटना, तुरंत हुई गिरफ्तारी।सरकारी कार्यक्रम में शराब पीकर पहुंचा अधिकारी! DM ने कराया अरेस्ट, बिहार में बवाल।फिर रंगे हाथों पकड़ा गया DFSO शंभू कुमार! DM के आदेश पर जेल, शराब केस में पहले भी फंसे हैं। मंत्री के सामने नशे में धुत अधिकारी! सुपौल में मछुआरा दिवस पर मचा हंगामा। सरकारी कार्यक्रम में शराब! ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट में पकड़ा गया DFSO, सुपौल में हड़कंप।DM बोले – सरकारी अफसर भी नहीं बख्शे जाएंगे! शराब पीकर पहुंचने वाले DFSO को भेजा जेल@सुपौल,देशज टाइम्स।
Bullet Summary):ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में पुष्टि, DFSO गिरफ्तार
कार्यक्रम: मछुआरा दिवस, सुपौल टाउन हॉल। अधिकारी गिरफ्तार: जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभू कुमार। कारण: शराब के नशे में कार्यक्रम में पहुंचना। कार्रवाई: ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में पुष्टि के बाद गिरफ्तारी। पहले भी गिरफ्तारी: मार्च 2024 में भी शराब सेवन पर हिरासत। DM का बयान: “कानून का उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई”
Bihar Sharabbandi Law: मछुआरा दिवस कार्यक्रम में शराब के नशे में पहुंचे अधिकारी गिरफ्तार, डीएम ने लिया एक्शन
सुपौल, देशज टाइम्स। बिहार सरकार के शराबबंदी कानून के बीच एक बार फिर सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी का बड़ा मामला सामने आया है। जिला मत्स्य पदाधिकारी (DFSO) शंभू कुमार को मछुआरा दिवस जैसे सरकारी कार्यक्रम में नशे की हालत में पहुंचने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई से प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
DM ने मंच से ही लिया संज्ञान, मौके पर ही आदेश
सुपौल टाउन हॉल में आयोजित मछुआरा दिवस में शामिल हुए थे,बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’,जिलाधिकारी सावन कुमार,नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव,अन्य वरिष्ठ अधिकारी और मछुआरा समुदाय के लोग। इसी दौरान एक मछुआरे ने DFSO शंभू कुमार पर किट वितरण में घूस मांगने का आरोप लगाया। जब DM ने DFSO को बुलाया, तो उनके मुंह से शराब की तेज गंध आ रही थी। मौके पर ही DM ने उन्हें कार्यक्रम से बाहर निकालने और जांच के निर्देश दिए।
ब्रेथ एनालाइजर में पुष्टि, तुरंत गिरफ्तारी
उत्पाद विभाग की टीम ने शंभू कुमार का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्हें उत्पाद अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही ब्लड और यूरिन सैंपल भी लिया गया। उत्पाद निरीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि DM को जो आशंका थी, वह जांच में सही साबित हुई।
पहले भी आ चुके हैं गिरफ्त में
यह पहली बार नहीं है जब DFSO शंभू कुमार को शराब के सेवन के कारण गिरफ्तार किया गया हो। इससे पहले 9 मार्च 2024 को भी उन्हें 2500 रुपये जुर्माना भरने के बाद छोड़ा गया था। उस समय के DM कौशल कुमार ने भी स्पष्ट किया था –
“कानून के सामने सभी बराबर हैं।“
DM का सख्त संदेश: शराबबंदी कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं
डीएम सावन कुमार ने इस घटना को लेकर कड़ा रुख अपनाया और कहा:
“सरकारी कार्यक्रम में नशे की हालत में पहुंचना गंभीर अनुशासनहीनता है। बिहार सरकार के शराबबंदी कानून का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए। अधिकारी हो या आम नागरिक – कानून से ऊपर कोई नहीं।”