केवटी, दरभंगा | जतिन गौतम, जवाहर नवोदय विद्यालय के एक 12 वर्षीय छात्र की संदिग्ध मौत के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है।
घटना 8 जुलाई को अरावली जूनियर बालक छात्रावास में हुई थी, जहाँ जतीन की अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह हत्या है, जिसे दुर्घटना दिखाने की कोशिश की जा रही है।
परिजनों और ग्रामीणों का मानना है कि मामले की निष्पक्ष जांच केवल सीबीआई ही कर सकती है।
कैंडल मार्च से गूँजी न्याय की पुकार
मंगलवार की शाम केवटी प्रखंड मुख्यालय में स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने कैंडल मार्च निकाला।
मार्च की शुरुआत केवटी चौक से हुई, जहाँ दरभंगा के पहले सांसद नारायण दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
इसके बाद रैली प्रखंड मुख्यालय तक पहुँची, जहाँ श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
गूंजे आक्रोशित नारे
कैंडल मार्च के दौरान लोगों ने जोरदार नारे लगाए, जैसे:
“जतीन के हत्यारे को फांसी दो”
“कातिलों को छोड़ोगे तो खून के आंसू रोओगे”
“जतीन को न्याय दो”
इन नारों से माहौल गूंज उठा और लोगों का गुस्सा साफ झलक रहा था।
स्थानीय नेताओं की सहभागिता
मार्च में कई जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
नेताओं ने मंच से कहा कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने विद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
श्रद्धांजलि सभा में उठे मुद्दे
प्रखंड मुख्यालय पर हुई श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा:
जतीन की मौत को दुर्घटना दिखाकर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है।
स्कूल प्रशासन ने घटना की सही जानकारी परिजनों को नहीं दी।
पुलिस जांच धीमी है और इसमें पारदर्शिता की कमी है।
घटना की सीबीआई जांच के बिना न्याय की उम्मीद नहीं है।
आम जनता में भय और गुस्सा
यह मामला केवल एक छात्र की मौत का नहीं, बल्कि छात्र सुरक्षा और शैक्षणिक संस्थानों की जवाबदेही से जुड़ा है।
अभिभावकों में डर है कि उनके बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर दोषियों को सजा नहीं मिली तो ऐसे हादसे फिर हो सकते हैं।
मांगें स्पष्ट और कड़ी
लोगों ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें रखीं:
जतीन गौतम की उच्च स्तरीय सीबीआई जांच।
दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी सजा।
विद्यालय परिसर में सुरक्षा बढ़ाना।
छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाना।
घटना के दौरान लापरवाही बरतने वाले पुलिस व विद्यालय कर्मियों पर कार्रवाई।
प्रशासन पर बढ़ा दबाव
इस कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा के बाद प्रशासन पर जनता का दबाव बढ़ गया है।
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिला मुख्यालय तक आंदोलन ले जाएंगे।
न्याय की उम्मीद
जतीन की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है।
परिजन अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर पारदर्शी जांच हुई, तो सच सामने आएगा और दोषियों को सजा मिलेगी।