
कुशेश्वरस्थान पूर्वी में BDO का औचक निरीक्षण: भिंडुआ और पकड़िया स्कूलों में बच्चे गायब, शिक्षकों पर गिरी गाज। 2 बजे स्कूल गए BDO, कक्षा में एक भी बच्चा नहीं! प्रधानाध्यापक से मांगा जवाब। मदरसा पकड़िया की पोल खुली! गंदगी, बंद ताले और नदारद छात्र देख भड़क उठे BDO।@कुशेश्वरस्थान पूर्वी,देशज टाइम्स।
कक्षा 10-12 के छात्र बोले – टीचर पढ़ाते ही नहीं!
कक्षा 10-12 के छात्र बोले – टीचर पढ़ाते ही नहीं! BDO ने दी सख्त चेतावनी। 534 नामांकन, 355 हाजिरी… लेकिन क्लास नहीं! BDO ने कहा – होगा विभागीय एक्शन। मध्यान्ह भोजन का खेल! बच्चों को खिलाकर भेज दिया छुट्टी – BDO ने जताई नाराजगी। विद्यालय में ताले, शौचालय में जंगल-झाड़! BDO ने कहा – स्पष्टीकरण दो वरना कार्रवाई तय।@कुशेश्वरस्थान पूर्वी,देशज टाइम्स।
कुशेश्वरस्थान में बीडीओ ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण, छात्रों की अनुपस्थिति पर जताई नाराज़गी
कुशेश्वरस्थान पूर्वी, देशज टाइम्स। प्रखंड के भिण्डुआ पंचायत स्थित कई विद्यालयों में गुरुवार को बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई खामियां सामने आईं।
विद्यालयों में उपस्थिति की हकीकत
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय भिण्डुआ में निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार राय अनुपस्थित पाए गए। विद्यालय में एक शिक्षिका मातृत्व अवकाश पर थीं, जबकि एक शिक्षक बीएलओ ड्यूटी पर गए थे। शेष शिक्षक उपस्थित पाए गए।
छात्रों ने शिकायत की कि कक्षा 10 से 12 तक पढ़ाई नहीं होती, यहां तक कि अब तक कक्षा संचालन का रूटिन भी तैयार नहीं किया गया है।
पकड़िया में चौंकाने वाली स्थिति
उत्क्रमित मध्य विद्यालय पकड़िया में दोपहर 2 बजे निरीक्षण के दौरान एक भी छात्र उपस्थित नहीं मिला, जबकि सभी शिक्षक मौजूद थे। प्रधानाध्यापक ने सफाई दी कि मध्यान्ह भोजन (MDM) के बाद छात्रों को छुट्टी दे दी गई थी। विद्यालय में 534 नामांकित छात्रों में से केवल 355 की हाजिरी दर्ज की गई थी।
मदरसा में तालेबंदी और गंदगी
मदरसा हुसैनिया पकड़िया में भी निरीक्षण के समय कोई छात्र मौजूद नहीं मिला और विद्यालय बंद पाया गया। ग्रामीणों ने शिकायत की कि मदरसा नहीं चलता, परिसर में गंदगी का अंबार है और मध्यान्ह भोजन (MDM) भी नहीं बनता।
निरीक्षण में पाया गया कि शौचालय जर्जर हालत में है, हैंडपंप (चापाकल) भी खराब था और कई कमरे तालेबंद थे।
बीडीओ की सख़्त चेतावनी
बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने स्पष्ट कहा कि जिन विद्यालयों और मदरसे में लापरवाही मिली है, उनके प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित कक्षा संचालन सुनिश्चित करें और छात्रों को पढ़ाई में किसी भी हाल में लापरवाही न करें।