समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर पुलिस लाइन में शनिवार को एक नई सुबह का आगाज हुआ, जब नवनियुक्त प्रशिक्षु सिपाहियों ने अपने प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत की। इस दौरान, उन्होंने 8 किलोमीटर की दौड़ लगाकर न केवल अपनी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि सेवा और समर्पण की भावना को भी आत्मसात किया।
पुलिस लाइन मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (डीएसपी) श्री नरेंद्र शर्मा ने किया। उन्होंने स्वयं हरी झंडी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया, जिससे प्रशिक्षु सिपाहियों का उत्साहवर्धन हुआ। यह दौड़ उनके प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग है, जिसका उद्देश्य उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से पुलिस बल की जिम्मेदारियों के लिए तैयार करना है।
शारीरिक दक्षता पर जोर
8 किलोमीटर की यह दौड़ प्रशिक्षु सिपाहियों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव थी। यह न केवल उनकी सहनशक्ति और फिटनेस का परीक्षण था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे कठिन परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी निभाने के लिए कितने सक्षम हैं। दौड़ के दौरान, प्रशिक्षु सिपाहियों ने जोश और अनुशासन का परिचय दिया।
डीएसपी श्री शर्मा ने दौड़ के बाद प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस की नौकरी में शारीरिक दक्षता सर्वोपरि है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनना होगा। उन्होंने कहा, “यह दौड़ आपके प्रशिक्षण का सिर्फ एक हिस्सा है। असली चुनौती आने वाली चुनौतियाँ हैं, जिनके लिए आपको हमेशा तैयार रहना होगा।”
अनुशासन और समर्पण का महत्व
प्रशिक्षण सत्र के दौरान, प्रशिक्षु सिपाहियों को पुलिसिंग के विभिन्न पहलुओं, जैसे कानून व्यवस्था बनाए रखना, अपराध रोकना, और जनता की सेवा करना, के बारे में गहन जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही, उन्हें आत्मरक्षा, हथियार चलाने का प्रशिक्षण, और अन्य आवश्यक कौशल भी सिखाए जाएंगे।
अधिकारियों ने इस बात पर भी जोर दिया कि एक पुलिसकर्मी के लिए अनुशासन और समर्पण सबसे महत्वपूर्ण गुण हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारी
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इन नव-नियुक्त सिपाहियों को बिहार पुलिस बल के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 8 किलोमीटर की दौड़ के साथ शुरुआत करके, उन्होंने यह संदेश दिया है कि वे आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
समस्तीपुर पुलिस लाइन में यह आयोजन भविष्य में राज्य की कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।







