Patna News: पटना की पहचान और बिहार के गौरवशाली अतीत का गवाह रहा पटना म्यूजियम अब एक नए और आधुनिक कलेवर में नजर आने वाला है. तकनीक और परंपरा के इस अनूठे संगम में ऐसा बहुत कुछ है जो इतिहास प्रेमियों को अपनी ओर खींच लेगा. म्यूजियम में दो नई दीर्घाओं को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है, जो अपने आप में बेहद खास हैं.
तकनीक और इतिहास का अद्भुत संगम
बिहार की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने वाले पटना म्यूजियम को अब आधुनिक तकनीक की मदद से एक नया रूप दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य दर्शकों, विशेषकर युवा पीढ़ी को इतिहास से जोड़ने का एक नया और आकर्षक माध्यम प्रदान करना है. इस बदलाव के तहत संग्रहालय के प्रस्तुतिकरण और अनुभव को बेहतर बनाया जाएगा, ताकि यहां आने वाले दर्शक ज्ञान के साथ-साथ एक अनूठा अनुभव भी साथ लेकर जाएं.
इस आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए संग्रहालय के दो प्रमुख हिस्सों को जनता के लिए खोल दिया गया है, जो अब तक लोगों की पहुंच से दूर थे. यह कदम म्यूजियम को एक नया आयाम देगा.
‘गंगा’ और ‘पाटलि’ दीर्घाएं जनता को समर्पित
म्यूजियम के पुराने और नए भवन के बीच स्थित दो महत्वपूर्ण दीर्घाओं—’गंगा’ और ‘पाटलि’—को अब आम दर्शक भी देख सकेंगे. इन दीर्घाओं का खुलना इस बात का संकेत है कि संग्रहालय अपने विस्तार और नवीनीकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि इन गैलरियों में बिहार की संस्कृति और इतिहास से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रदर्शित किया जाएगा.
- भौगोलिक स्थिति: ये दोनों दीर्घाएं म्यूजियम के पुराने और नए परिसर को जोड़ती हैं, जो दर्शकों के लिए एक सहज प्रवाह बनाएंगी.
- विशेष आकर्षण: उम्मीद है कि ‘गंगा’ गैलरी में नदी से जुड़ी सभ्यता और संस्कृति को दिखाया जाएगा, जबकि ‘पाटलि’ गैलरी में प्राचीन पाटलिपुत्र की भव्यता की झलक देखने को मिलेगी.
Patna Museum: दर्शकों को मिलेगा एक नया अनुभव
इन नई दीर्घाओं के खुलने और तकनीकी अपग्रेडेशन के साथ, पटना म्यूजियम आने वाले लोगों को अब एक बिल्कुल नया और यादगार अनुभव मिलेगा. प्राचीन कलाकृतियों और ऐतिहासिक वस्तुओं को आधुनिक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे वे अधिक जीवंत और आकर्षक लगेंगी. यह बदलाव न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए भी ज्ञान का एक बेहतरीन केंद्र साबित होगा.








