सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पूरे देश में हिंसा का माहाैल व्याप्त है। ऐसे में कानपुर सहित कई अन्य जिलों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसा भड़काने वोले पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
सीएए व एनआरसी को लेकर बीते दिनों कानपुर में शांति के बीच अचानक हिंसा फैल गई थी।
जनपद का अमन व सौहार्द खराब करने के पीछे गहरी साजिश की जांच शुरू की गई। इसके साथ ही केन्द्रीय जांच एजेंसियां भी हिंसा के कारणों का पता लगाने में जुटी। जांच में सामने आया कि हिंसा भड़काने में पीएफआई ने पूर्व से ही गहरी साजिश रच रखी थी और इसके लिए बकायदा फंडिंग के साथ ही हिंसा फैलाने वाले लोगों को भी भेजा गया है।
केन्द्रीय जांच एजेंसियों के इनपुट पर हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम ने जनपद में काम करने वाले पीएफआई सदस्यों की कुंडली खंगालना शुरु किया, जिसके बाद केरल के चरमपंथी संगठन द्वारा बैंक अकाउंट से हिंसा भड़काने के लिए धन मुहैया कराने की गहरी साजिश का पता चला। इस साजिश में शामिल लोगों की तलाश में एसआईटी की टीमें लगाई गई।
पीएफआई पर कानपुर के बाबूपुरवा और यतीमखाना में हिंसा भड़काने का आरोप है। इसके साथ ही जिले के मोहम्मद अली पार्क में लगातार चल रहे धरना प्रदर्शन में भी पीएफआई का पैसा प्रयोग किए जाने की साजिश का पता चला है। इस सम्बंध में केन्द्रीय जांच एजेंसियों के साथ ही पुलिस व खुफिया को पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। जिसके आधार पर कुछ चरमपंथी संगठनों के बैंक एकाउंटों का इस्तेमाल हुआ है, जिन पर पुलिस की नजर है।
सीएए व एनआरसी को लेकर हिंसा भड़काने के बाद अब पीएफआई की प्रदेश में चल रही गंगा यात्रा के कानपुर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने प्रदर्शन की योजना थी। शहर में पीएफआई के इशारे पर काम करने वाले सदस्यों की इस बीच एसआईटी व पुलिस को सूचना मिली। जिसके आधार पर एसआईटी टीम में शामिल पुलिस अधीक्षक अपराध राजेश यादव, पुलिस अधीक्षक दक्षिण अपर्णा गुप्ता ने शुक्रवार की सुबह झकरकटी बस अड्डे के पीछे रेलवे गेट के पास से पांच पीएफआई के सक्रिय पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह लोग गंगा यात्रा के दौरान भीड़ को लेकर मुख्यमंत्री के सामने प्रदर्शन कराने की योजना में थे।
कानपुर में CAA के खिलाफ हिंसा भड़काने में PFI की साजिश का खुलासा, पांच सदस्य गिरफ्तार