Shani Sade Sati 2026: नए साल 2026 में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव, जानिए उपाय और परिणाम
शनिदेव को कर्मफल दाता माना जाता है और इनकी साढ़ेसाती की अवधि लगभग साढ़े सात वर्षों की होती है। इस दौरान व्यक्ति को अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ता है, जो शुभ और अशुभ दोनों प्रकार का हो सकता है। यह कालखंड तपस्या, धैर्य और आत्म-चिंतन का होता है, जहां शनिदेव व्यक्ति को अनुशासित कर जीवन के महत्वपूर्ण पाठ सिखाते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वर्ष 2026 में शनि का यह ग्रह गोचर कई राशियों के लिए चुनौतियां लेकर आएगा, विशेषकर जिन पर साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव होगा। दैनिक राशिफल और ज्योतिषीय गणनाओं के लिए यहां क्लिक करें
Shani Sade Sati 2026: मेष, कुंभ और मीन राशि पर प्रभाव
मेष राशि (Mesh Rashi)
- स्वास्थ्य: स्वास्थ्य संबंधी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। हड्डियों और जोड़ों की समस्या परेशान कर सकती है। नियमित दिनचर्या और योग पर ध्यान दें।
- करियर: कार्यक्षेत्र में संघर्ष और अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी। नए प्रोजेक्ट्स में विलंब संभव है। धैर्य से काम लें।
- प्रेम: संबंधों में गलतफहमी बढ़ सकती है। पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने में दिक्कतें आ सकती हैं। शांति और समझदारी से काम लें।
- शुभ रंग/संख्या: गहरा नीला / 8
कुंभ राशि (Kumbh Rashi)
- स्वास्थ्य: मानसिक तनाव और अनिद्रा की शिकायत हो सकती है। पेट संबंधी विकार और आलस्य हावी रह सकता है। ध्यान और प्राणायाम सहायक होंगे।
- करियर: व्यावसायिक जीवन में चुनौतियां बढ़ेंगी। धन हानि या अनावश्यक खर्चों से बचें। नौकरीपेशा लोगों को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है।
- प्रेम: प्रेम संबंधों में दूरी या गलतफहमी की स्थिति बन सकती है। दांपत्य जीवन में संयम बनाए रखें।
- शुभ रंग/संख्या: बैंगनी / 6
मीन राशि (Meen Rashi)
- स्वास्थ्य: मौसमी बीमारियों और थकान का अनुभव हो सकता है। पैरों और नसों से संबंधित समस्याएँ परेशान कर सकती हैं। खान-पान का विशेष ध्यान रखें।
- करियर: कर्मक्षेत्र में अड़चनें और धीमी प्रगति महसूस हो सकती है। आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें। नया निवेश टालना बेहतर होगा।
- प्रेम: रिश्तों में कटुता या संवादहीनता आ सकती है। अपने प्रियजनों के साथ मधुर संबंध बनाए रखने का प्रयास करें।
- शुभ रंग/संख्या: पीला / 3
निष्कर्ष और उपाय
शनि की साढ़ेसाती का यह काल चुनौतीपूर्ण होते हुए भी व्यक्ति को मजबूत बनाता है। इस दौरान शनिदेव की कृपा पाने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
1. शनिवार को शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं।
2. शनि चालीसा या शनि स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से करें।
3. गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करें, दान-पुण्य करें।
4. हनुमान जी की पूजा भी शनि के कष्टों को कम करने में सहायक होती है।
5. काले कपड़े, उड़द दाल, काले तिल का दान करें।
इन उपायों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और साढ़ेसाती के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। यह समय आत्म-सुधार और आध्यात्मिक विकास का अवसर भी प्रदान करता है।




