दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। मुख्यमंत्री सात निश्चय पार्ट- 2 की योजना हर खेत को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने को लेकर अम्बेडकर सभागार दरभंगा में जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस.एम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में जल संसाधन विभाग, पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के अधीक्षण अभियंता निरंजन कुमार ने बताया कि इस योजना के लिए नोडल विभाग जल संसाधन विभाग को बनाया गया है। 04 विभागों को इसमें (Darbhanga administration has decided to increase yield, now water will reach every field, exercise of 4 departments intensifies) सम्मिलित किया जिनमें जल संसाधन विभाग, लघु सिंचाई विभाग, विद्युत विभाग एवं कृषि विभाग शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर एवं प्रखंड स्तर पर इन चारों विभाग की टीम कार्य कर रही है। प्रखंड स्तर पर कनीय अभियंता, जल संसाधन विभाग नोडल पदाधिकारी हैं। प्रखंड कृषि पदाधिकारी इस कार्यक्रम का अनुश्रवण करेंगे तथा नक्शे एवं अभिलेख प्रखंड कृषि कार्यालय में रखा जाएगा। लघु सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता, विद्युत विभाग के कनीय (Darbhanga administration has decided to increase yield, now water will reach every field, exercise of 4 departments intensifies) अभियंता, कृषि समन्वयक एवं कृषि सलाहकार टीम के रूप में कार्य करेंगे। पहले चरण में पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर असिंचित क्षेत्र की पहचान की जाएगी, जिसे सिंचाई डिजिटल एप्प पर अपलोड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की ओर से सिंचित क्षेत्र के लिए पूर्व में राजस्व ग्राम वार सर्वे कराया गया है। दरभंगा जिला के 18 अंचल में कुल 1247 राजस्व ग्राम हैं, इनमें से 1096 राजस्व ग्राम का सर्वे कृषि विभाग की ओर से पूर्व में किया जा चुका है। शेष राजस्व ग्राम का सर्वे किया जा रहा है। पूर्व के सर्वे के अनुसार जिले में 33 प्रतिशत असिंचित क्षेत्र है, जिसमें सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने हेतु काम करना है।
जिलाधिकारी डॉ.एसएम ने बिजली विभाग एवं लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं को इस कार्य में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया।
बैठक में बताया गया कि असिंचित क्षेत्र का सर्वे शुरू करने के दिन से लेकर 100 वें दिन तक उस क्षेत्र को सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था कर देनी है। इसके लिए सबसे पहले सतही जल यथा नहर, आहर, पईन, चेक डैम एवं तालाब की उपलब्धता पर विमर्श किया जाएगा।
यदि इसकी संभावना नहीं दिखेगी तो भू गर्भ जल यानी बोरिंग या (Darbhanga administration has decided to increase yield, now water will reach every field, exercise of 4 departments intensifies) उद्वह जल की व्यवस्था की जाएगी।
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को जनप्रतिनिधियों से संवाद करवाने में सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए तथा इस योजना को पूरा कराने के निर्देश दिए। बैठक में अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला कृषि पदाधिकारी राधा रमण, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग एवं ऊर्जा विभाग के संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।