कमतौल। स्थानीय ढधिया गांव में अय्याश बहू की कहानी अब लोगों की जुबानी बन गई है। कैसे वह अपने पति की कमाई मेकअप में उड़ाती थी। कैसे पति के साथ बकझक करती, मारपीट तक पर उतारू हो जाती थी। कैसे वह अपने सास-ससुर को हर बात पर डांट-फटकार लगाती और आशिक को घर पर बुलाकर सबके सामने रंगरेलिया मनाती थी। और अंत यह, अब वह अपने वृद्ध ससुर की हत्या में गिरफ्तार होकर सारा मेकअप उतरता देख रही है। हद यह, इस खेल में उसने अपने नाबालिग पुत्र को भी मोहरा बना दिया। यही वजह है, रिश्ते में दादा की हत्या करने वाली अय्याश बहू और पोते को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए आगे की तहकीकात तेज कर दी है। अय्याश बहू का आलम यह था, वह अपने पति की कमाई मैकअप में उड़ा देती थी। उसके हिरासत में जाने के बाद भी उसे एक पल देखने की इच्छा पति ने भी नहीं जताई। वहीं, अब पुलिस पूरे मामले की जांच तेज करते हुए उस आशिक से भी पूछताछ करने की तैयारी में पुलिस है।
जानकारी के अनुसार, हत्या कांड में स्थानीय थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें,
ढधिया गांव के मनोज साह की पत्नी पुष्पा देवी समेत उसके तेरह वर्षीय पुत्र को नामजद किया गया है। थानाध्यक्ष सरवर आलम ने तत्काल दोनों को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
चौंकाने वाली बात यह है, वह पुष्पा बिन व्याही ही मां बन चुकी थी। इसका खुलासा स्वंय पति मनोज ने किया है। पुलिस को मिली जानकारी में, वर्ष 2004 में मनोज की शादी पुष्पा के साथ हुई थी। शादी के पांच महीने बाद ही उसने एक पुत्र को जन्म दिया। इससे साफ जाहिर होता है, वह कुंवारी में ही गर्वभती हो गई थी। उस पुत्र का नाम हम लोग राज साह रखे। उस लड़के की मौत नौ वर्ष की उम्र में हो ही गई। फिर दो वर्ष पुष्पा मनोज के मेरे ममेरे भाई के साथ दिल्ली भाग गई। वहां भी यही हरकत।
जानकारी के अनुसार, बहू की अय्याशी व पत्नी की करतूत से पूरा परिवार तबाह हो रहा था। लगातार घरेलू कलह से पुष्पा ने घर में उधम मचा रखा था। मगर जब विरोध के स्वर फूटने लगे तो पुष्पा को यह सब नागवार गुजरा। पुष्पा ने अपने नाबालिग पुत्र के साथ मिलकर वृद्ध ससुर अमीरी लाल साह की हत्या गला दबा कर कर दी। अब हालात यह है, पुलिस हिरासत में बंद पत्नी और नाबालिग पुत्र की सुधि लेना तो दूर एक झलक मिलने से भी मनोज ने इनकार कर दिया है। हद यह भी है, आरोपी पुष्पा का चेहरा भी तनिक उदास नहीं है।
जब इस मामले में देशज टाइम्स ने अमीरी के घर के आसपास रहने वाले लोगों उनके पड़ोसियों से बात की तो उनका भी चेहरा पुष्पा के प्रति नफरत से भरा था। वहीं, पुष्पा की बेटी बारह वर्षीया काजल इस घटना के बाद से एकदम सदमे में है। देशज टाइम्स से बात में उसने बस इतना भर कहा, वह स्थानीय विद्यालय में कक्षा छह में पढ़ती है। मगर इतना कहकर वह रो पड़ती है। अमीरी की वृद्धा पत्नी शांति देवी गम में डूबी है। पुत्र मनोज की जिंदगी को लेकर वह अब चिंतित हो उठी है। पिता की हत्या की जानकारी मिलते ही सिलीगुड़ी से बड़े पुत्र सुरेंद्र कुमार साह भी यहां पहुंच गए हैं। उसने कहा, वह महिला बदचलन है। अमीरी के भाई गणेश साह भी काफी दुखी दिखे। उन्होंने आक्रोशित होकर अपने भतीते मनोज को कायर तक कह दिया। वहीं, उसकी पत्नी को कलंकनी। उन्होंने गांव में कंपाउंडर का काम कर रहे मिथिलेश गुप्ता के साथ उसके वैध संबंध और उसी के उकसावे पर पुष्पा के बिगड़ने की बात कहते कहा कि पुष्पा के ही बदचलनी के कारण टोले के लोगो का जीना मुश्किल हो गया था।
बात जब अमीरी के पुत्र व आरोपी पुष्पा के पति मनोज साह से हुई तो उनका आक्रोश भी फूट पड़ा।कहा, पत्नी पुष्पा की चरित्रहीन होने से मेरा जीना मुश्किल हो गया था। उन्होंने बताया, वह खुद कमतौल बाजार के एक दुकान में काम करते हैं। यहां से उन्हें छह हजार रुपए बतौर पगार मिलता है। हर महीनें इतने की राशि उनकी पत्नी को मेकअप के लिए ही चाहिए था, जो हम पूरा नहीं कर पाते थे तो वह अक्सर उनके साथ मारपीट तक करती रहती थी। इतना ही नहीं, सास-ससुर पर टूट पड़ती थी। दिन में भी आशिक को घर बुलाकर रंग रंगेलिया मनाना उसका दिनचर्या बन चुका था। इसी बात को लेकर बीते सोमवार की रात भी वह पति मनोज से उलझ गई। पैसा की मांग पूरा नहीं होते देख उसने मनोज की साइकिल में में ताला जड़ दिया। मनोज ने अपनी पत्नी से उलझने की जगह भूखे-प्यासे ही पिता की साइकिल लेकर ड्यूटी पर चले जाने की बात बताते कहा, इधर, पुष्पा ने अपने सास शांति देवी पर गुस्सा उतारा। वहीं अपनी पत्नी को बचाने पहुंचे अमीरी लाल साह पर मां-बेटे टूट पड़े और उनकी हत्या कर दी।