आरा। भोजपुर जिले में सोन नदी से सुनहरे रेत के खनन, भंडारण और परिचालन पर लगी रोक अब जल्द ही खत्म होने वाली है। राज्य सरकार ने बालू की बिक्री (Preparation for extracting golden sand from Son river) का दर अब तय कर दिया है। साथ ही बालू बिक्री के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
राज्य सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग की तरफ से बालू का दर तय कर दिए जाने से उम्मीद है कि एक सप्ताह के बाद जिले में बालू की बिक्री शुरू हो जाएगी।
भोजपुर के सोन नदी से निकलने वाले सुनहरे रेत की कीमत अब सरकार ने सार्वजनिक कर दी है। एक सौ सीएफटी बालू की कीमत चार हजार रुपये निर्धारित की गई है।खनन विभाग चार हजार रुपये में एक सौ सीएफटी बालू स्टॉक से उपलब्ध कराया जाएगा और ग्राहकों को वाहन का भाड़ा अलग से भुगतान करना होगा।
राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद बालू की बिक्री की तैयारियां शुरू कर दी गई है और अगले सप्ताह सोमवार से जिले में बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर सडको पर दौड़ने लगेंगे। बालू की बिक्री के लिए भोजपुर जिले में चार सेंटर बनाये गए हैं जहां बिक्री के लिए बालू के स्टॉक रखे गए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से जल्द ही इन स्टॉक केंद्रों की सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी।
भोजपुर जिले में अभी कुल एक करोड़ चालीस लाख सीएफटी बालू का स्टॉक उपलब्ध है। पहले चरण से शुरू किए जा रहे बालू की बिक्री के दौरान 40 लाख सीएफटी बालू को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। बाकी बचे बालू की बिक्री के लिए भी दूसरे चरण से स्टॉक खोले जाएंगे। बालू की बिक्री शुरू किए जाने से सरकारी और निजी लोगो को उपयोग और निर्माण कार्य के लिए अगले सप्ताह से बालू मिलने लगेंगे।
एक सौ सीएफटी बालू की खरीद के लिए चार हजार रुपये का भुगतान करना होगा। बालू को गाड़ियों पर लादने का परिवहन शुल्क एक हजार से पंद्रह सौ रुपये लगेंगे। स्टॉक से चार हजार प्रति एक सौ सीएफटी बालू को ग्राहक पांच हजार से छः हजार रुपये भुगतान कर खरीद सकेंगे।