

जाले। स्थानीय किसान के डेढ़-डेढ़ हजार एकड़ खेतों में दशकों से हुए जल जमाव की समस्या के समाधान को लेकर क्षेत्रीय किसान संघर्ष समिति गठित कर संघर्ष करने का एलान किया है।
क्षेत्र के जोगियारा जाले खेसर गांव के सैकड़ों किसान जोगियारा जाले पथ के खेरुवा टोला में इस समस्या से निजात पाने को लेकर गोविंद सिंह के अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जलजमाव की समस्या से तीनों गांव के किसानों की मरखाही चौड़ की पंद्रह सौ एकड़ उपजाऊ भूमि बेकार होकर रह गई है। इस जलजमाव से भूस्वामी किसान जलजमाव से मुक्ति के लिए संघर्ष करने का फैसला किया है।
मरखाही चौड़ से बाढ़ एवम बरसात का पानी के जल निकासी का मार्ग डकही नहर है। इसकी उड़ाही नही होने के कारण इस डकही नाला को कुछ लोग अतिक्रमण कर अवरुद्ध कर दिया गया है। इस कारण जाले जोगियारा एवं खेसर के किसानों का पंद्रह सौ एकड़ उपजाऊ भूमि में जलजमाव का शिकार बन कर रह गया है।
इस जल जमाव से मुक्ति को लेकर दर्जनों बार विधायक, सांसद और मंत्री से गुहार लगाते-लगाते किसान थक चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। इस जलजमाव की समस्या को देखते हुए क्षेत्र के किसानों ने बैठक कर मरखाही चौड़
कृषक कल्याण संगठन बनाकर संघर्ष करने का ऐलान किया है।
बैठक मौजूद किसानों ने संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सिंह को बनाया है। वहीं उपाध्यक्ष नागेश्वर साह सचिव कैलाश सिंह संयोजक गोविंद सिंह और कोषाध्यक्ष लक्ष्मेश्वर सिंह को बनाए गए हैं।








