जाले, देशज टाइम्स। इस वर्ष बरसात की हुई पहली बारिश से किसानों के चेहरा खिल गए हैं। वहीं, तेज हवा और झमाझम बारिश से घर के उपर पेड़ गिर गया। वहीं, नगर परिषद जाले में जल जमाव से घरों से निकलना मुश्किल बना है। हालांकि क्षेत्र के किसानों ने खरीफ फसल धान के बीज(खरुहन) को रोपनी के लिए तैयार किया था, लेकिन समय पर बारिश नहीं होने के कारण अधिकांश किसान अपने खेतो में लगे खरुहान बीज को काट कर जानवरों को खिला चुके हैं।
वहीं कुछ किसान हल्की बारिश के बाद ही खेतो में धनरोपनी कर दिया था। अपने फसल को बचाने को लेकर समय समय पर बोरिंग से पटवन करने से उन किसानों के खेतो में आसन्न बरसात ने संजीवनी का काम किया है।
जाले के किसान प्रेम धीर, बिरमल यादव, जोगियार के उन्नत किसान भोला सिंह, मनामा के निरंजन पूरी समेत अन्य ने देशज टाइम्स को बताया कि इस वर्ष का पहला वर्षापात के बाद लगातार बारिश के पानी की आवश्यकता है। अगर समय समय पर बारिश की बूंदे नहीं गिरी तो खरीफ फसल के साथ साथ रबी फसल के लिए भी मुश्किल होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी डॉ. दिव्यांशु शेखर ने कहा कि मौसम पूर्वानुमान में बारिश होने की संभावना बताई गई है। इन्होंने किसान भाइयों से धन के खेतों के खर पतवार के सफाई का ख्याल रखें। साथ ही कमजोर पौधे और फसल में अन्य कोई व्याधि है तो तुरंत कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों से संपर्क करें।
वहीं, बारिश और तेज हवा से घर पर पेड़ गिरने से गृह स्वामी को व्यापक क्षति की खबर है। राढी के पाकटोला में एक खपरैल ईंट के घर पर विशाल वृक्ष गिरने से घर जहां क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं घर में रखा जीवनोपयोगी सामग्रियां की क्षति हुई है। घटना के समय घर में रहे अमरेश चौधरी की पत्नी एवम सोनू चौधरी का दो वर्षीय पुत्र मामूली रूप से घायल हो गए।
इस आलोक में पीड़ित अमरेश चौधरी ने पकटोला के शिवसागर चौधरी के विरुद्ध जाले थाना में आवेदन दिया है। इसमें शिवसागर चौधरी इनके भाई रामनरेश चौधरी अन्य को आरोपी बनाया है। घटना के बाबत थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय ने दोनों पक्ष के बीच समझौता कराते हुए घर पर गिरे पेड़ को तुरंत हटाने का निर्देश दिया है।
जाले नगर परिषद ने जलजमाव
नगर परिषद जाले जल जमाव का शिकार बनकर रह गया है। जाले बाजार के शंकर चौक गांधी चौक महावीर बाजार जाले हाट बाजार में जगह जगह जल जमाव से लोगों को पांव पैदल चलना मुस्किल हो रहा है। जल निकासी स्थलो आहार पाइन नाला को भरने से आम आवम को समस्या से जूझना पड़ रहा है।
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