बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव वाला तूफान सितरंग रविवार शाम को चक्रवात में तब्दील हो गया। मौसम विभाग ने सोमवार सुबह बताया कि 25 अक्टूबर की सुबह बांग्लादेश तट को पार करने से पहले इसके भीषण चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है।
सितरंग चक्रवात के असर से बिहार के कुछ जिलों में भी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को पश्चिम बंगाल और झारखंड से सटे बिहार के 12 जिलों में बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में दिवाली का जश्न फीका पड़ने के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी में सितरंग चक्रवात के सक्रिय होने से बिहार के कुछ जिलों में भी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को पश्चिम बंगाल और झारखंड से सटे बिहार के 12 जिलों में बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया है। दिवाली की रात यानी सोमवार से ही सितरंग चक्रवात का असर बिहार में दिखने लगेगा।
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि थाईलैंड की ओर से नामांकित सितरंग नाम का चक्रवात सोमवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है, जिसमें हवा की गति 90 से 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। इसमें कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल के साथ उत्तरी तटीय ओडिशा में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
सितरंग चक्रवात का असर राज्य के पूर्वी भाग में देखा जा सकता है। बिहार के सीमावर्ती इलाकों में कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि, पटना सहित राज्य के ज्यादातर शहरों में आकाश साफ रहेगा। इसके प्रभाव से बिहार के सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई सहित 12 जिलों में रुक-रुककर 48 घंटे तक लगातार बारिश होने का अनुमान है। मौसम का असर तापमान पर भी दिखेगा। हालांकि राजधानी पटना समेत आसपास के इलाकों में दिवाली पर मौसम साफ रहेगा।
25 अक्टूबर को बिहार में बादल छाए रहने की संभावना
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में अंडमान सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व की ओर बढ़कर चक्रवात में तब्दील हो गया है। अब उसके धीरे-धीरे बंग्लादेश की ओर से आगे बढ़ने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवात का असर राज्य में 25 को होने की संभावना है। जिससे ठंड बढ़ेगी, तो छठ में भी व्रतियों को सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। पश्चिम बंगाल और झारखंड में चक्रवात का असर तय करेगा कि यह बिहार में किस रूप में दिखेगा।