गायघाट, देशज टाइम्स। छठ पर्व का पावन त्योहार का ट्रेंड कुछ बदला बदला सा हो गया है। अब छठ घाट कम हो गए हैं और छठ पूजा करने वालों की संख्या काफी ज्यादा हो गई है। ऐसे में भीड़ भी काफी ज्यादा हो जाती है। इसी भीड़ से बचने के लिए लोग छठ घाट का वैकल्पिक तलाश भी करने लगे हैं।
वैकल्पिक छठ घाट अब लोग अपने-अपने घरों और छत पर बनाने लगे हैं। आंगन अथवा दरवाजे पर बहुत छोटा-छोटा तालाब बना लेते हैं और उसमें पानी डालकर वहीं से सूर्य उपासना शुरू कर देते हैं। इस तरह के बदलाव में लगभग 60 फ़ीसदी परिवार शामिल हो गए हैं। बदलाव की यह परिपार्टी ना सिर्फ शहरी क्षेत्रों में चला है बल्कि ग्रामीण इलाके में भी काफी जोर पकड़ रहा है।मामला गायघाट के शिवदाहा पंचायत के शिवदाहा तिरसठ निवासी पंडित चन्द्रशेखर उपाध्याय ने अपने घर के बाहर छठ पूजा करने के लिए तालाब बनाकर सपरिवार मां छठ की पूजा अर्चना शुरू कर दी है।
लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। छठ पर्व को लेकर शहर से गांव तक धूम रही। छठ व्रतियों ने शनिवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। वहीं, सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया।
इस दौरान पूरे इलाके में छठ घाटों पर व्रतियों के अलावा परिवार के सदस्यों की भीड़ उमड़ी रही है। इस दौरान बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। छठ घाट पर छोटे-छोटे बच्चे जहां पटाखे फोड़ रहे थे। वहीं, महिलाएं छठ गीत गा रही थी। इससे पूरी तरह छठमय बना रहा है।
इस बीच व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न किया। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इधर, विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस बल छठ घाटों पर तैनात रहे। सुरक्षा के मद्देनजर थानाध्यक्ष अनूप कुमार एवं बेनीबाद ओपी प्रभारी अभिषेक कुमार दल बल के साथ मौजूद थे।
--Advertisement--