गायघाट, देशज टाइम्स। प्रखंड क्षेत्र के पागा लक्ष्मी गांव निवासी नरेश पंडित के 24 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार बागमती नदी में डूबा।घाट पर मौजूद रहे लोगों का कहना है कि प्रिंस कुमार अपने घाट पर दीप को पानी में विसर्जन कर रहा था। उसी समय पैर फिसल जाने से वे नदी में गिर गया। धार इतनी तेज थी वह तुरंत पानी में समा गया। लोगों ने बचाने की पूरी कोशिश की परंतु बचा नहीं सका।
मामले की जानकारी बेनीबाद ओपी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची बेनीबाद ओपी पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। बता दें कि 2 दिन पहले कटरा प्रखंड के गंगेया गांव के निकट बागमती नदी में बर्री पंचायत के भवानीपुर गांव निवासी रत्नेश शर्मा उर्फ किशोरी शर्मा के 22 वर्षीय पुत्र श्रवण कुमार डूब गया था।
इसी पर प्रशासन को अलर्ट हो जानी चाहिए था परंतु कई छठ घाटों पर एनडीआरएफ टीम नहीं दिखी। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब राज्य सरकार का निर्देश था और डीएम मुजफ्फरपुर ने आदेश जारी करते हुए सभी छठ घाटों की निगारनी करने की बात कही थी तो फिर उसपर अमल क्यों नहीं किया गया।
इस संबंध में परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि गायघाट अंचल प्रसाशन ने उक्त घाट की बैरिकेडिंग नहीं की थी। और कई बागमती नदी के सटे घाटों पर एनडीआरएफ टीम मौजूद नहीं दिखी।
इन दोनों घटनाओं से एक बात सामने आ रहा है कि डीएम के लाख प्रयास के बावजूद गायघाट विधानसभा में छठ पर्व में दो लोगों की मौत हो गई है।
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