दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। आजकल सामाजिक जीवन एकांत शैली का बन गया है पारिवारिक स्तर पर भी मिलजुल कर बैठने और बच्चों की समस्याओं को सुनने का समय अभिभावक के पास नहीं है परिणाम यह है कि हमारे बच्चे अनेक प्रकार के मनोवैज्ञानिक विकार से ग्रसित हो रहे हैं। उसका प्रभाव उसकी शिक्षा पर भी पड़ रहा है। यह बात सीएम कॉलेज के प्रधानार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने सोमवार को कही।
कॉलेज के कैरियर काउंसलिंग सेल की ओर से आयोजित तनाव मुक्त परीक्षा विषय पर सेमिनार को संबोधित करते डॉ. अहमद ने कहा कि तनाव का मुख्य कारण जीवन शैली व उपभोक्तावादी वातावरण में हर व्यक्ति अधिक से अधिक धन उपार्जन करना चाहता है। अभिभावक अपने बच्चों से उसकी योग्यता से अधिक आशाएं रखते हैं। परिणाम यह है कि छात्र हमेशा अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई के स्तर में गिरावट आई है।
छात्र बाजारी नोट के सहारे परीक्षा पास करना चाहते हैं और जब प्रतियोगिता परीक्षाओं में असफल होते हैं तो वे निराशा के विकार से ग्रसित हो जाते हैं। यह हमारे लिए चिंता का विषय है, इसलिए जिस छात्र के अंदर जो प्रतिभा है उसे निखारने की आवश्यकता है ताकि छात्रों का आत्मबल बढ़ सके।
विशाल गौरव ने कहा,खुली प्रतियोगिता के दौर में खुलकर करें पढ़ाई
मौके पर विषय विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान देते हुए विशाल गौरव ने छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज खुली प्रतियोगिता का दौर है। इसके लिए बैंकिंग सेवा,कर्मचारी चयन आयोग, रक्षा सेवा, लोक सेवा आयोग के द्वारा की जाने वाली भर्तियों के लिए जो परीक्षा आयोजित की जाती है उसके बारे में बताया।
समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. विश्वनाथ झा ने बताया कि छात्रों को परीक्षा के लिए किसी भी प्रकार का तनाव नहीं पालना चाहिए। हमेशा खुशनुमा माहौल में जीना चाहिए।अपनी समस्या को भी नि:संकोच शिक्षकों के पास रखना चाहिए ताकि समय रहते समाधान किया जा सके। इस कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. एकता श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
विषय से संबंधित जानकारी छात्र छात्राओं को दी। साथ ही मंच संचालन का काम भी एकता श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर प्रीति कनोडिया ने सभी छात्र-छात्राओं को धन्यवाद दिया। मौके पर प्रो. नरेंद्र झा, प्रो. राजानंद झा, प्रो. मंजू राय, प्रो. इंदिरा झा, प्रो. रुद्रकांत अमर, प्रो. रमण प्रसाद सिन्हा ने भी छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा के लिए टिप्स दिए। छात्र-छात्राओं ने भी विषय विशेषज्ञ से प्रश्न किया, जवाब सुनकर छात्र-छात्रा भी उत्साहित थे।