गायघाट में इन दिनों खाद जमाखोरों के चंगुल में है। कालाबाजारी और जमाखोरी की वजह से किसानों को खाद की दिक्कत हो रही है। बिहार में मांग से अधिक यूरिया और डीएपी उपलब्ध है। लेकिन, सरकार की ओर से जमाखोरी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की वजह से कालाबाजारी करने वाले निर्धारित मूल्य से तीन गुना अधिक रेट पर खाद और यूरिया बेच रहे है।
सरकार ने यूरिया का मूल्य 266 रुपए निर्धारित किया है। उसे 500 रुपए में बेचा जा रहा है। सरकार में मंत्रियों ने भी माना है कि कालाबाजारी और जमाखोरी की वजह से दिक्कत हो रही है। स्थानीय लोगों ने खाद कालाबाजारी के मामले में बीएओ एवं सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव से शिकायत करते हुए खाद नहीं मिलने की बात कही है।
वहीं, इससे पहले सरकार के पूर्व कृषि मंत्री ने कहा था कि जमाखोरी के खिलाफ यदि सरकार कार्रवाई नहीं करती है, तो प्रत्येक व्यक्ति तक खाद पहुंचना संभव नहीं है। किसानों को समय पर बीज खाद और यूरिया उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से छापेमारी की कार्रवाई करनी जरुरी है। इफको बाज़ार में भी भीड़ कम नहीं हो सकी है। रात में दो बजे से ही लोग लाइन में खड़े हो जाते हैं।
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