कोसी नदी पर बन रहा बिहार का सबसे लंबा पुल हादसे का शिकार, निर्माण गुणवत्ता पर फिर उठे सवाल|बिहार का सबसे लंबा पुल बनने से पहले टूटा! 996 करोड़ की परियोजना दरारों से शुरू हुआ, ढहने तक पहुंचा!काम चल रहा था… और भरभराकर गिर पड़ा पुल का हिस्सा! मोदी जी ने किया था शिलान्यास, अब 6.94 किमी लंबे पुल का हिस्सा गिरा – तीसरी बार हादसा!@संतोष पांडेय, भागलपुर,देशज टाइम्स ब्यूरो।
घटना के मुख्य दृश्य:
पुल का 40 फीट हिस्सा टूटा, भारी सिगमेंट नदी में गिरा, मशीनरी को भारी नुकसान, कोई जनहानि नहीं
40 फीट पुल का हिस्सा अचानक ढह गया
नवगछिया/भागलपुर, देशज टाइम्स। बिहार की बहुप्रतीक्षित परियोजना एनएच-106 फुलौत पुल निर्माण को शुक्रवार देर रात एक गंभीर झटका लगा। हरिओ के त्रिमुहान घाट के समीप 40 फीट पुल का हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। हालाँकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन निर्माण एजेंसी की लापरवाही और पुल निर्माण की गुणवत्ता पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार रात करीब 2 बजे, भारी सिगमेंट को वोल्वो लोडर के जरिए हरिओ से फुलौत की ओर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान लोडर के प्रेसर पंप का पाइप फट गया, जिससे झटका लगने पर सिगमेंट को पकड़ने वाली रस्सी टूट गई।
5 सिगमेंट क्षतिग्रस्त हो गए, और एक सिगमेंट सीधे कोसी नदी में गिर गया। गनीमत रही कि घटना के समय कोई श्रमिक पास में मौजूद नहीं था, जिससे कोई जान-माल की हानि नहीं हुई।
तीसरी बार हादसा, पहले भी बह चुके हैं पिलर
त्रिमुहान घाट के पास यह तीसरी बड़ी दुर्घटना है। पहली बार नदी के बहाव में पिलर बह गया था। दूसरी बार पिलर धंस गया था। अब सिगमेंट ढहने की घटना से निर्माण पर फिर उठे सवाल।
पुल परियोजना की जानकारी
परियोजना: एनएच-106 बिहपुर–फुलौत मिसिंग लिंक, लंबाई: 6.94 किमी (बिहार का सबसे लंबा पुल), सड़क सहित कुल निर्माण: 21.988 किमी, लागत: ₹996 करोड़, समाप्ति लक्ष्य: 2026, शिलान्यास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2020 में।
स्थानीय लोगों का आरोप: घटिया सामग्री का उपयोग
ग्रामीणों का दावा – “महीनों से घटिया सामग्री और लापरवाही की शिकायत की जा रही थी।” हादसे के बाद निर्माण कार्य तत्काल रोक दिया गया है। अब तक न निर्माण एजेंसी की तरफ से कोई बयान आया है, न प्रशासन की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं।