भागलपुर। बीते चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है।इसकी वजह से जिले के सबौर प्रखंड के बाबूपुर, रजंदीपुर इंग्लिश और फरका गांव के पास गंगा नदी के तटवर्ती इलाके में भीषण कटाव शुरू हो गया है। कई घर नदी के मुहाने पर आ गए हैं और उन पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है।
ग्रामीण में इससे दहशत का माहौल हो गया है। ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग और स्थानीय जन प्रशासन से कटाव रोधी काम को शुरू करने की गुहार लगाई है। अब तक कई किसानों की कई एकड़ उपजाऊ जमीन कटकर नदी में समा गई है। साल भर पहले भी यहां एक स्कूल भवन और आंगनबाड़ी केंद्र कटकर गंगा में विलीन हो गया था। सड़क किनारे कटाव तेज हो गया है। जमीन कटने से यहां के किसान मजदूरी करने को मजबूर हो गये हैं। ग्रामीणों को मवेशी रखने की चिंता सताने लगी है।
सबौर के महादेव घाट से गंगा की धारर सीधे इंग्लिश गांव के पास टकराती है। जिससे वहां काफी तेजी से कटाव हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस वर्ष 2 महीना पहले ही गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे लोगों का फसल बर्बाद हो गया। कई लोगों का खेत गंगा में समा गया है। हर वर्ष यहां कटाव अगस्त महीने में होता था लेकिन इस बार दो महीना पहले से ही कटाव होने लगा है। इस बार लग रहा है गंगा काफी कहर ढाएगी। सरकार को कटावरोधी कार्य करने की जरूरत है।
ग्रामीणों ने बताया कि बाबुपुर, रजंदीपुर और इंग्लिश गांव के लोगों ने कटाव रोकने के लिये विगत वर्ष जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को आवेदन दिया था। रिंग बांध निर्माण का मांग किया गया था। इसके बाद पटना से जांच टीम आई थी। निर्देश मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने मिट्टी भरने का काम शुरू किया था। लेकिन लॉकडाउन से काम बंद हो गया, तब से काम बंद है।
जिलाधिकारी सुब्रत सेन ने कहा कि कटाव से बचाव को लेकर पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। कटाव वाले इलाके में कटावरोधी सामग्री को पहले से ही जमा करने का निर्देश दे दिया गया गय। स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है। नवगछिया का इलाका कटाव क्षेत्र में होने के कारण वहां पर तटबंध का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन सबौर से पीरपैंती अंचल में गंगा अपने मुख्यधारा में अधिक कटाव कर रही है। कटाव रोकने के लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं।