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13 जनवरी, 2024
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Buxar News| बक्सर में बड़ा दर्दनाक हादसा, मिट्टी धंसने से दो सगी बहनों समेत 4 बच्चियों की मौत

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बक्सर में दर्दनाक हादसा: मिट्टी धंसने से चार बच्चियों की मौत, एक घायल
(Buxar Tragedy: Four Girls Dead, One Injured as Mud Collapses)

घटना का विवरण

(Summary of the Incident)
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के सरेन्जा गांव में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। मिट्टी के टीले के धंसने से चार मासूम बच्चियों की मौत हो गई और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हादसा सरेन्जा राजकीय बुनियादी स्कूल के पास हुआ, जहां गरीब परिवार की बच्चियां घर के कामों के लिए मिट्टी लेने गई थीं।

मृतकों की पहचान

(Identification of Victims)
हादसे में जिन बच्चियों की मौत हुई, उनकी पहचान इस प्रकार है:

  1. नयनतारा कुमारी (11)
  2. शालिनी कुमारी (8) (दोनों सगी बहनें)
  3. शिवानी कुमारी (6)
  4. संजू कुमारी (11)
    घायल बच्ची का नाम करिश्मा (10) है, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैसे हुआ हादसा?

(How Did the Incident Happen?)
रविवार सुबह गांव की कुछ बच्चियां घर के कामों के लिए पुराने मिट्टी के टीले से मिट्टी खोद रही थीं। इसी दौरान टीला अचानक ढह गया और पांचों बच्चियां उसके नीचे दब गईं।

  • स्थानीय लोगों की मदद:
    बच्चियों के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
  • चिकित्सकों की पुष्टि:
    अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने चार बच्चियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल बच्ची का इलाज जारी है।

ग्रामीणों का गुस्सा और प्रशासन की प्रतिक्रिया

(Villagers’ Anger and Administrative Response)
इस हृदयविदारक घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया।

  • पुलिस की कार्रवाई:
    सूचना मिलते ही राजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
  • प्रशासनिक आदेश:
    प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और मुआवजा देने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।

गरीबी और मजबूरी का परिणाम

(Poverty and Compulsion)
मृतक बच्चियां गरीब परिवारों से थीं और जीवनयापन के लिए घरेलू कार्यों में मदद करती थीं। यह घटना सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है, जहां बच्चों को छोटी उम्र में ही काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

(Urgent Need for Safety Measures)
इस तरह की घटनाएं सुरक्षा जागरूकता की कमी को दर्शाती हैं। प्रशासन और समाज को चाहिए कि:

  1. पुराने मिट्टी के टीले जैसे खतरनाक स्थानों को चिन्हित कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाए।
  2. गरीब परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत की जाए।
  3. बच्चों को शिक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए।

निष्कर्ष

यह हादसा समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों की सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित किया जाए। मृत बच्चियों के परिवारों को न्याय और उचित मुआवजा मिलना चाहिए।

बक्सर में दर्दनाक हादसा: मिट्टी धंसने से चार बच्चियों की मौत, एक घायल
(Buxar Tragedy: Four Girls Dead, One Injured as Mud Collapses)

घटना का विवरण

(Summary of the Incident)
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के सरेन्जा गांव में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। मिट्टी के टीले के धंसने से चार मासूम बच्चियों की मौत हो गई और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हादसा सरेन्जा राजकीय बुनियादी स्कूल के पास हुआ, जहां गरीब परिवार की बच्चियां घर के कामों के लिए मिट्टी लेने गई थीं।

मृतकों की पहचान

(Identification of Victims)
हादसे में जिन बच्चियों की मौत हुई, उनकी पहचान इस प्रकार है:

  1. नयनतारा कुमारी (11)
  2. शालिनी कुमारी (8) (दोनों सगी बहनें)
  3. शिवानी कुमारी (6)
  4. संजू कुमारी (11)
    घायल बच्ची का नाम करिश्मा (10) है, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैसे हुआ हादसा?

(How Did the Incident Happen?)
रविवार सुबह गांव की कुछ बच्चियां घर के कामों के लिए पुराने मिट्टी के टीले से मिट्टी खोद रही थीं। इसी दौरान टीला अचानक ढह गया और पांचों बच्चियां उसके नीचे दब गईं।

  • स्थानीय लोगों की मदद:
    बच्चियों के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
  • चिकित्सकों की पुष्टि:
    अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने चार बच्चियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल बच्ची का इलाज जारी है।

ग्रामीणों का गुस्सा और प्रशासन की प्रतिक्रिया

(Villagers’ Anger and Administrative Response)
इस हृदयविदारक घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया।

  • पुलिस की कार्रवाई:
    सूचना मिलते ही राजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
  • प्रशासनिक आदेश:
    प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और मुआवजा देने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।

गरीबी और मजबूरी का परिणाम

(Poverty and Compulsion)
मृतक बच्चियां गरीब परिवारों से थीं और जीवनयापन के लिए घरेलू कार्यों में मदद करती थीं। यह घटना सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है, जहां बच्चों को छोटी उम्र में ही काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

(Urgent Need for Safety Measures)
इस तरह की घटनाएं सुरक्षा जागरूकता की कमी को दर्शाती हैं। प्रशासन और समाज को चाहिए कि:

  1. पुराने मिट्टी के टीले जैसे खतरनाक स्थानों को चिन्हित कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाए।
  2. गरीब परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत की जाए।
  3. बच्चों को शिक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए।

निष्कर्ष

यह हादसा समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों की सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित किया जाए। मृत बच्चियों के परिवारों को न्याय और उचित मुआवजा मिलना चाहिए।

 

बक्सर में बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां, घर के काम से मिट्टी लेने गई और मिट्टी के  धंसने से दो सगी बहनों समेत 4 बच्चियों की मौत हो गई। रविवार की सुबह राजपुर थाना क्षेत्र के सरेन्जा में एक दर्दनाक घटना हुई। चार बच्चियों की मिट्टी धंसने से दबकर मौत हो गई और एक बच्ची जख्मी हो गई। घटना के बाद लोग उग्र हो गए और पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने में जुट गई। मृतकों की पहचान शिवानी कुमारी संजू कुमारी नैना कुमारी और ललिता कुमारी के रूप में की गई है। बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के सरेंजा राजकीय बुनियादी स्कूल के समीप मिट्टी के पुराने टीले के ढहने से चार बच्चियों नयनतारा कुमारी (11), शालिनी कुमारी (8) (दोनों बहनें), शिवानी कुमारी (6) और संजू कुमारी (11) की मौत हो गई है। इस हादसे में एक अन्य बच्ची गंभीर रूप से घायल है। घायल बच्ची का नाम करिश्मा (10) है। सभी बच्चे गरीब परिवार के हैं। घर के कामों के लिए मिट्टी ला रहे थे।

 

जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह एक बस्ती की कुछ बच्चियां मिट्टी लेने टीले के पास मिट्टी खोद रही थीं। उसी दौरान उनके ऊपर मिट्टी का टीला भरभरा कर गिर गया. जिसमें पांचों दब गई। बच्चों के शोरगुल के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला गया। आनन-फानन में सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने चारों बच्चियों की मौत की पुष्टि कर दी। ग्रामीणो ने बताया कि बच्चियां अभी मिट्टी काट ही रही थीं कि अचानक टीला ऊपर से धंस गया और बच्चियां उसी में दब गईं। एक बच्ची किसी तरह से मिट्टी की ढेर के नीचे से बाहर निकली और शोर मचाया।

जानकारी मिलते ही राजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने भी घटना की जांच के आदेश दिए हैं।मिली जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे टीले के पास मिट्टी खोद रहे थे, तभी अचानक टीला भरभराकर गिर गया और वे इसके नीचे दब गए। आसपास के लोगों ने बच्चों के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचकर मलबा हटाया और सभी को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चार बच्चियों को मृत घोषित कर दिया।

 

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